नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने दिल्ली में एक सम्मेलन इस दौरान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन कानूनों की सराहना करते हुए कहा कि भारत बदल रहा है और नई चुनौतियों से निपटने को तैयार है।’आपराधिक न्याय प्रणाली के प्रशासन में भारत का प्रगतिशील पथ’ विषय पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीजेआई बोले, मुझे लगता है कि संसद द्वारा भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम कानूनों का पास करना एक स्पष्ट संकेत है कि भारत बदल रहा है और भारत आगे बढ़ रहा है। भारत को वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए नए कानूनों की जरूरत है। इन नए कानूनों की सहायता से हम अपने समाज के बेहतर भविष्य की परिकल्पना कर सकते हैं।
#WATCH | Delhi: CJI DY Chandrachud says, "…I think the enactment of these (Bharatiya Nyaya Sanhita, Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita and Bharatiya Sakshya Act) laws by parliament is a clear indicator that India is changing, India is on the move and that India needs new legal… pic.twitter.com/M1ZXOnXTfN
— ANI (@ANI) April 20, 2024
आपको बता दें भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1 जुलाई, 2024 से लागू होंगे। तीनों कानूनों पिछले साल 21 दिसंबर को संसद से पास हुए थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 25 दिसंबर को इन्हें मंजूरी दी थी। इनके लागू होने के साथ ही देश की आपराधिक न्याय प्रणाली पूरी तरह से बदल जाएगी। हालांकि, एक्सीडेंट के हिट-एंड-रन के मामलों से संबंधित प्रावधान तुरंत लागू नहीं होंगे। इससे पहले एक वीडियो संदेश में प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ ने नागरिकों से मतदान जरूर करने की अपील की। सीजेआई ने कहा है कि मतदान संवैधानिक लोकतंत्र में सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्यों में से एक है। इसलिए हर नागरिक को समय निकालकर हर चुनाव में मतदान जरूर करना चाहिए।