अब तक सिर्फ बड़ी कंपनियों का कर्ज माफ होते हुए आप ने देखा होगा। पहली बार देश में असम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 2 लाख 20 हजार ऐसी महिलाओं का कर्ज माफ कराया है। जिन्होंने बैंकों से कर्ज लिया लेकिन विषम परिस्थितियों के कारण वह इसे चुका नहीं पाईं। इस कर्ज माफी में ब्याज सहित मूल धनराशि भी शामिल है। असम के मुख्यमंत्री ने महिलाओं को बड़ा तोहफा दिया है। इसके लिए 25 हजार रुपए तक कर्ज लेनी वाली महिलाओं को ही पात्र माना गया था। असम सरकार बैंकों को कर्ज माफ करने के लिए 291 करोड़ रुपए का भुगतान करेगी।
जो कहा सो किया ।
Prior to 2021 elections, we made an important Sankalp to the women entrepreneurs of Assam. With the blessing of Hon’ble PM, we have delivered our promise 🙏#SankalpseSiddhi @narendramodi @BJP4India pic.twitter.com/ANRfC6eIjI
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 24, 2023
राज्य सरकार ने दिसपुर में एक माइक्रोफाइनेंस प्रोत्साहन और राहत योजना का आयोजन किया था। यहीं पर 31 मार्च 2021 तक एनपीए हो चुके ऋण को माफ किया गया है। मुख्यमंत्री ने चुनाव में ऋण माफ करने का वायदा किया था। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एक वर्ग कह रहा है कि हम चुनावी वायदे से पीठे हट गए हैं। वह स्पष्ट रूप से बताना चाहते हैं कि अपना हर वायदा पूरा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि असम माइक्रोफाइनेंस प्रोत्साहन और राहत योजना देश में अपनी तरह की पहली योजना है। इसका उद्देश्य उन पात्र उधारकर्ताओं को राहत प्रदान करना है जो विषम परिस्थितियों कर्ज वापस नहीं कर पाए। असम में कोरोना और सीएए विरोधी आंदोलन बड़ा कारण रहे। अब यह दौर बीत गया है तो राज्य में एक स्वस्थ ऋण आदत बनाई जाएगा।