देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित हुए जी20 शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एक डिनर कार्यक्रम रखा था। इस डिनर समारोह में विदेशी मेहमानों के साथ देश के सभी मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को डिनर में बुलाया गया। इसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित कई विपक्षी नेताओं ने हिस्सा लिया। जी20 समिट में रात्रिभोज में शामिल होने के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फैसले पर कांग्रेस ने सवाल उठाए है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी से पूछा कि क्या इससे नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ उनका रुख कमजोर नहीं पड़ेगा। अधीर रंजन चौधरी ने आगे ये भी कहा कि अगर ममता बनर्जी इस डिनर पार्टी में शामिल नहीं होती तो आसमान नहीं टूट पड़ता। कांग्रेस सांसद ने हैरानी जताते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो के कार्यक्रम में भाग लेने का क्या कारण है।
तृणमूल कांग्रेस ने अधीर रंजन पर पलटवार किया है। टीएमसी के राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणियों पर जवाब दिया। टीएमसी ने कहा कि बनर्जी विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अस्तित्व में आने के लिए प्रमुख सूत्रधारों में से एक हैं। उन्होंने कहा प्रशासनिक दृष्टिकोण से पालन किए जाने वाले कुछ प्रोटोकॉल के बारे में ज्ञान देने की जरूर नहीं है। कुछ चीजों को राजनीतिक से अलग रखा जाता है।