कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा, कहा- चुनाव से ठीक पहले साजिशन फ्रीज किए गए पार्टी के बैंक खाते, चुनाव लड़ने के लिए नहीं है पैसा

कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा, कहा- चुनाव से ठीक पहले साजिशन फ्रीज किए गए पार्टी के बैंक खाते, चुनाव लड़ने के लिए नहीं है पैसा

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद कांग्रेस ने अपनी पार्टी के फ्रीज एकाउंट को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जानबूझकर चुनाव से ठीक पहले हमारी पार्टी के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए। हमको पैसों के लिए मोहताज बना दिया गया है, ऐसी स्थिति में हमारी पार्टी के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। इलेक्टोरल बॉन्ड मामले में बीजेपी पर बरसते हुए कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी ने खुद हजारों करोड़ चंदा लिया और हमारे खाते फ्रीज करा दिए, ये कहां का लोकतंत्र है।

सबसे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाते हुए कहा कि हम बराबरी से चुनाव ना लड़ पाएं इसलिए जानबूझकर हमारी पार्टी के खाते सीज कर दिए हैं। एक राजनीतिक दल को चुनाव लड़ने में बाधा उत्पन्न कर खतरनाक खेल खेला गया है। हर तरफ सिर्फ इनका ही विज्ञापन लगा है, उसमें भी मोनोपोली है। भारत पूरी दुनिया में लोकतंत्र, मूल्यों और आदर्शों के लिए जाना जाता है। पिछली दिनों सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड की सच्चाई सामने निकलकर आई है। किसी भी लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव आवश्यक होता है, लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं होने देना चाहती।

इसके बाद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हम लोकतंत्र को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड से बीजेपी को बड़ा फायदा हुआ है। प्रधानमंत्री कांग्रेस को अपाहिज करने की कोशिश कर रहे हैं, ये बेहद गंभीर मसला है, लोकतंत्र पर हमला है।

वहीं, राहुल गांधी ने कहा कि बैंक खातों के बिना हम कैसे चुनाव लड़ेंगे। आप सोचिए आपके खाते बंद हो जाएं, एटीएम बंद हो जाए तो आप कैसे सरवाइव करेंगे. हम ना प्रचार कर सकते हैं, ना ट्रेवल कर सकते हैं, ना नेताओं को पैसे दे सकते हैं। राहुल गांधी ने आगे कहा कि चुनाव से 2 महीने पहले ये सब करना दिखाता है कि वो कांग्रेस को चुनाव ही नहीं लड़ने देना चाहते हैं। एक महीने पहले कांग्रेस के सारे एकाउंट फ्रीज कर दिए, कांग्रेस के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमिशन ने चुप्पी साध ली।

इस दौरान कांग्रेस नेता अजय माकन ने भी निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अपना पार्टी फंड का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। हम प्रचार के लिए धनराशि खर्च नहीं कर पा रहे हैं। ये किस तरह का लोकतंत्र हैं? हमारे खिलाफ 30 से 35 पुराने मामले खोलकर हमें पैसे का इस्तेमाल नहीं करने दे रहे हैं। माकन ने कहा कि हमारे पास उम्मीदवारों को देने के लिए पैसे नहीं है। हमारे पास चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस पार्टी को जो नया नोटिस जारी किया है, वह 1994-1995 से जुड़ा हुआ है. ये नोटिस 14 मार्च को दिया गया. इस समय ये नोटिस क्यों जारी किया गया है।

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