राजसत्ता एक्सप्रेस, स्पेशल रिपोर्ट। कोरोना संक्रमण की वजह से चौतरफा शटर डाउन है। सबकुछ बंद है, सड़क से लेकर संसद तक सब कुछ बंद पड़ा है। मतलब लॉकडाउन यानी तालाबंदी। ऐसे में पिछले एक महीने से घर पर बैठे लोगों के मन में हर पल ये जिज्ञासा रहती है कि अब आगे क्या होगा? क्या बाजार खुलेंगे, क्या ऑफिस खुलेंगे, क्या कंपनियां- फैक्ट्रियां खुलेंगी, क्या आनलाइन शॉपिंग कर पाएंगे…ऐसे अनगिनत सवाल मन में गोते मार रहे हैं। तो आज राजसत्ता एक्सप्रेस ने इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की है..
जैसा कि सभी को पता है कि 3 मई तक देश में लॉकडाउन है, बाहर खतरा है और लोग घर में बैठे-बैठे बोर भी हो रहे हैं, तो लाजमी है कि आप चाह रहे होंगे कि बाहर सब कुछ सही हो जाए और फिर से वैसा ही माहौल आपको मिले जैसा की लॉकडाउन से पहले हुआ करता था। राजसत्ता एक्प्रेस ने आपकी जिज्ञासा को देखते हुए सरकार और बाजार को मॉनिटर किया और एक रिपोर्ट तैयार की।
राजसत्ता की इस रिपोर्ट के आधार पर देश में 20 अप्रैल के बाद कई सेक्टर्स फिर से खुल जाएंगे और धीरे-धीरे सोशल डिस्टेंसिंग के साथ दोबारा काम भी शुरू हो जाएगा। जिसको लेकर सरकारें भी नई गाइडलाइन्स बना रही हैं। गिरती हुई अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार लगातार राज्य सरकारों के संपर्क में हैं। इस संपर्क को पारदर्शी रखने के लिए केंद्र अपने मंत्रियों को लगातार निर्देश दे रहा है।
बता दें कि आने वाले दिनों में लॉकडाउन में जो रियायतें बाजार को मिलने वाली हैं, इससे करीब 45 फीसदी अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर आ जाएगी। माना जा रहा है कि 24 मार्च से 20 अप्रैल तक देश के अंदर केवल 25 फीसदी अर्थव्यवस्था ही चालू थी और 75 प्रतिशत अर्थव्यवस्था लॉकडाउन धर्म का पालन कर रही थी, लेकिन अब जिला प्रशासन और राज्य सरकारों की बदौलत 45 फीसदी अर्थव्यवस्था को फिर से शुरू करने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसी उम्मीद जा रही है कि 45 फीसदी अर्थव्यवस्था में फिर से काम शुरू होने के बाद देश की रूकी हुई आर्थिक वृद्धि दर में जारी गिरावट कुछ कम हो जाएगी।
सरकारों से लगातार संपर्क में रहने वाले पत्रकारों और मार्केट एक्सपर्ट से राजसत्ता एक्सप्रेस की बातचीत के अनुसार, सरकार फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री, कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस सर्विस, मीट मछली उत्पादन, चाय, कॉफी, रबर, ड्राईफ्रूड प्रोसेसिंग, दूध कलेक्शन, मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रिब्यूशन जैसे जरूरी कामों को शुरू करने की अनुमति दे सकती है। लॉकडाउन 2.0 में सरकार पहले ही किसानों को छूट दे चुकी है, जिससे देश की कुल जीडीपी के कुछ हद तक सुधरने के आसार हैं, क्योंकि माना जाता है कि देश की कुल जीडीपी में कृषि का महत्वपूर्ण 34 फीसदी योगदान रहता है।
अनुमान ये भी लगाया जा रहा है कि अभी तक ट्रांसपोर्ट बंद होने के चलते देश में सामानों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने में भारतीय डॉक सेवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही थी। हालांकि, ऑनलाइन शॉपिंग बंद होने की वजह से कई तरह की जरूरी चीजें लोगों तक नहीं पहुंच पा रही थी। अब कहा जा रहा है कि ऑनलाइन शॉपिंग के साथ कुरियर सेवाओं को भी काम करने की इजाजत दी जाएगी।
तो हम मानकर चलें कि जो सेवाएं 20 अप्रैल से शुरू होंगी वो इस तरह हैं….
-कुरियर सेवाएं शुरू की जाएंगी, ताकि आप तक सामान आसानी से पहुंच सके
-सभी तरह के सामान की होम डिलीवरी, ये काम जिला प्रशासन की निगरानी में होगा
-आपके आसपास की सभी किराने और राशन की दुकानें
-फल-सब्जी की दुकानों के साथ अंडा मीट, मछली सप्लायरों को भी अनुमति
-डेयरी और मिल्क प्रोडेक्ट, तो पहले से ही छूट की श्रेणी में हैं
इनके अलावा ऊपर दी गई जानकारी में जिस भी सेक्टर में काम शुरू होगा, वहां पर कोरोना से बचने और सोशल डिस्टेंसिंग में काम करने की महत्पूर्ण गाइडलाइंस भी जारी की जाएंगी।