शौचालय को बना दिया क्वारंटीन सेंटर….नर्क में रहने को मजबूर हुआ ये आदिवासी परिवार..वायरल हुई तस्वीर

गुना, राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना एक वायरस है.. इसके इलाज में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। सरकार ये बातें कर तो रही है, लेकिन हकीकत इससे जुदा है। क्वारंटीन सेंटर की सच्चाई बयां करती एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। वायरल तस्वीर में एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ शौचालय में जीवन गुजर-बसर कर रहा है, क्योंकि उसे शौचालय में ही क्वारंटीन कर दिया गया है। कोरोना संक्रमित मरीजों या संदिग्ध व्यक्ति को क्वारंटीन किया जाता है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। लेकिन इस तस्वीर ने साफ कर दिया है कि क्वारंटीन किए गए व्यक्ति को कोरोना हो या न हो.. लेकिन क्वारंटीन सेंटर में उसे कोई न कोई संक्रमण जरूर लग ही जाएगा।

प्रशासन की पोल खोलता यह मामला मध्यप्रदेश के गुना जिले में सामने आया है। यहां के देवीपुरा गांव में सहारिया आदिवासी परिवार को कथित तौर पर एक स्कूल के शौचालय में क्वारंटीन कर दिया गया। आरोप है कि राजगढ़ से लौटे इस परिवार को क्वारंटीन सेंटर के नाम पर 14 दिन शौचालय में बिताने को कहा गया है। शौचालय में खाने की थाली के साथ परिवार के मुखिया भैया लाल की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो हो रही है।

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कांग्रेस ने इस घटना को लेकर भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने ट्वीट में कहा, “यह गुना की एक तस्वीर है, जहां एक परिवार को शौचालय में क्वारंटीन पर रखा गया है। जो लोग हर किसी मुद्दे पर सड़कों पर उतरने की धमकी देते थे, वो लोगों की नजरों से उतर गए हैं।”

सिंधिया ने इसी साल मार्च में कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। ज्योतिरादित्य के इस कदम के बाद मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार गिर गई और भाजपा के शिवराज सिंह चौहान फिर राज्य के मुख्यमंत्री बने। सिंधिया 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार केपी यादव से हारने से पहले संसद में गुना लोकसभा सीट का ही प्रतिनिधित्व करते थे।

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राजगढ़ से लौटा था परिवार

आरोप है कि भैया लाल सहारिया, अपनी पत्नी भूरी बाई और दो बेटों के साथ शुक्रवार शाम को अपने गांव देवीपुरा लौटे थे। ग्रामीणों ने उन्हें तब तक गांव में घुसने देने से इनकार कर दिया जब तक कि इस पूरे परिवार का कोरोनावायरस टेस्ट नहीं हो जाता। स्थानीय प्रशासन के अनुसार परिवार को रात प्राइमरी स्कूल में बिताने के लिए कहा गया। रविवार की सुबह स्वास्थ्य और जिला प्रशासन के अधिकारियों की एक टीम स्कूल पहुंची। इस टीम ने भैया लाल सहरिया को टॉयलेट के अंदर खाने की थाली के साथ देखा। टीम के एक सदस्य ने तस्वीर खींच कर स्वास्थ्य विभाग के निगरानी अधिकारियों को भेज दी। वही तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

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