राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना वायरस कैसे फैलता है? इससे बचने के क्या उपाय हैं? इसको लेकर बार-बार सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने पर जोर दिया जा रहा है। आंख, नाक, मुंह पर हाथ नहीं रखने के लिए कहा जा रहा है। ये भी बार-बार दोहराया जा रहा है कि अपने हाथों को बार-बार अच्छे से साबुन से धोएं। अल्कोहल सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें। इन सब के बीच वैज्ञानिकों ने कोविड-19 के खतरे से बचने के लिए कुछ और उपाय भी सुझाए हैं।
दरअसल, वैज्ञानिक लगातार कोरोना वायरस के फैलने के विषय पर अध्ययन कर रहे हैं। इसी दौरान कोरोना से जुड़ी एक नई जानकारी निकलकर सामने आई है। वैज्ञानिकों ने बताया कि कोरोना बातचीत से भी फैल सकता है। उन्होंने बताया कि बातचीत के दौरान मुंह से निकलने वाले तरल कणों, जिसे ड्रॉपलेट्स कहते हैं, उसके जरिए भी कोविड-19 का प्रसार हो सकता है। इसके लिए वैज्ञानिकों ने सुझाया है कि केवल मास्क पहनने से ही वायरस के संक्रमण की रोकथाम की जा सकती है।
एक सेकेंड में मुंह से निकलते हैं 2600 कण
लेजर लाइट के उपयोग से अमेरिकी शोधकर्ताओं फिलिप एनफिनर्ड और एड्रियन बाक्स ने तरल कणों का परीक्षण किया है। हालांकि, ये कण आकार में इतने छोटे होते हैं, कि नजर नहीं आते। बातचीत के वक्त हर सेकेंड इस तरह के करीब 2,600 कण मुंह से निकलते हैं। शोधकर्ताओं ने ये अनुमान जताया है कि ऊंची आवाज में महज एक मिनट तक बोलने में ही वायरस युक्त एक हजार से अधिक तरल कणों मुंह से निकलते हैं। जो कि हवा में आठ मिनट या उससे ज्यादा समय तक सक्रिय रह सकते हैं। इससे वायरस के फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
इस खतरे के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO के कार्यकारी निदेशक डॉ. माइकल जे रियान ने भी वायरस को लेकर जो आशंका जताई है, उसने एक बार फिर लोगों को डरा दिया है। उनका कहना है कि ये वायरस अब दुनिया से कभी खत्म नहीं होगा। इस जानलेवा वायरस की अभी तक कोई दवाई या वैक्सीन बनकर तैयार नहीं हो सकी है। सभी इसी उम्मीद में बैठे हैं कि कब कोरोना को खत्म करने वाली वैक्सीन बनेगी। ऐसे में WHO का कोरोना कभी नहीं खत्म होगा वाले बयान ने सभी को डरा दिया है। हालांकि, कोरोना की वैक्सीन तलाशने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक दिन-रात काम में जुटे हैं।
Coronavirus News कभी खत्म नहीं होगा कोरोना वायरस, हमेशा रहेगा आस-पास, WHO ने दी चेतावनी