यूपी: विदेशी मेहमानों को कर रहे थे हेरोइन सप्लाई, चढ़े पुलिस के हत्थे

उत्तर प्रदेश पुलिस को एक मिली कामयाबी हासिल हुई है और पुलिस ने ड्रग स्मगलिंग गैंग के दो सदस्यों को धर दबोचा. इन स्मगलर्स के पास से करीब तीन करोड़ की हेरोइन बरामद हुई है. आपको बता दें कि वाराणसी पुलिस को काफी दिनों से इस तरह की गतिविधियों की सूचना मिल रही थी और इन स्मगलर्स को क्राइम ब्रांच भी ढूंढ रही थी. पकड़े गए सदस्यों से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि ये लोग हेरोइन को घाट के किनारे घूमने वाले विदेशी मेहमानों को सप्लाई करने के लिए लाए थे.

मंगलवार को मुखबिर से सूचना प्राप्त होते ही क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह ने लोहता थानाध्यक्ष राकेश सिंह की टीम के साथ रोहनिया तिराहा-हरपालपुर मार्ग पर घेराबंदी की थी. जैसे कि ये लोग हेरोइन की खेप के साथ वहीं पहुंचे पुलिस न इन्हें धर दबोचा. पकड़े गए इन ड्रग स्मगलर्स की पहचान बाराबंकी के जैदपुर के नूर आलम और बिहार के अजय कुमार सिंह के तौर पर हुई है. इन दोनों के पास से 1.645 किलोग्राम हेरोइन के अलावा पांच हजार रुपये और छह मोबाइल भी बरामद हुए हैं. ड्रग स्मगलर्स ने पुलिस के सामने राज खोला कि यूपी के कई इलाकों में इन्होने अपने एजेंट्स को तैनात कर रखा था जो इनकी हेरोइन की बिक्री कराने में मदद किया करते थे. इन एजेंट्स को बाकायदा सैलरी दी जाती थी.

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नेपाल का रहने वाला था मास्टरमाइंड

आपको बता दें कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे नेपाल का रहने वाला एक शख्स अल्ताफ मास्टरमाइंड था. अल्ताफ के कहने पर ही पकड़े गए सदस्य इंडिया में माल सप्लाई करते थे. पकड़े गए दोनों आरोपी बिहार और बाराबंकी के रास्ते नेपाल से हेरोइन, चरस और ब्राउन सुगर लाते थे.

गंगा का घाट था अड्डा

पूछताछ में सामने आया है कि जो ड्रग्स सप्लाई के लिए बाहर से आते थे उनको खासतौर पर गंगा किनारे घाटों पर घूमने वाले विदेशी मेहमानों की दिया जाता था और बदले में विदेशी इन्हें मोटी रकम दिया करते थे. जानकारी में ये भी सामने आया है कि हेरोइन की स्मगलिंग के इस खेल में पूर्वांचल के कई सफेदपोश भी जुड़े हैं.

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