नई दिल्ली। भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आज जयंती है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी और गृहमंत्री समेत कई नेताओं ने उन्हें याद किया है। पंडित जी का जन्म आज ही के दिन 1916 में मथुरा में हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आज जयंती पर उन्हें याद किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- ”एकात्म मानव दर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने देश निर्माण में अपना जीवन निछावर कर दिया। उनके विचार देशवासियों को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।”
एकात्म मानव दर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनके विचार देशवासियों को सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 25, 2021
गृहमंत्री अमित शाह ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्होंने ट्वीट कर लिखा- ”दूरदर्शी राजनीतिज्ञ पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने समय समय पर विभिन्न चुनौतियों व समस्याओं के निराकरण के लिए अपने विचार-दर्शन से देश का मार्गदर्शन किया। पंडित जी के एकात्म मानववाद व अंत्योदय के मंत्र सदैव हमें जनकल्याण व राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे। उन्हें कोटिशः नमन।”
दूरदर्शी राजनीतिज्ञ पं. दीनदयाल उपाध्याय जी ने समय समय पर विभिन्न चुनौतियों व समस्याओं के निराकरण के लिए अपने विचार-दर्शन से देश का मार्गदर्शन किया।
पंडित जी के एकात्म मानववाद व अंत्योदय के मंत्र सदैव हमें जनकल्याण व राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
उन्हें कोटिशः नमन। pic.twitter.com/yToiNWs6hl
— Amit Shah (@AmitShah) September 25, 2021
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें याद किया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- ”एकात्म मानववाद एवं अंत्योदय दर्शन के प्रणेता, भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य और कुशल संगठनकर्ता श्रद्धेय पं. दीनदयाल उपाध्याय जी को उनकी जयंती पर कोटिशः नमन। श्रद्धेय दीनदयाल जी का दर्शन ‘आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना को साकार करने हेतु हमारा मार्ग प्रशस्त करता है।”
देश के रक्षा मंत्री ने भी लिखा- ”एकात्म मानववाद जैसे प्रगतिशील आर्थिक विचार के प्रणेता एवं अंत्योदय के लिए आजीवन काम करने वाले ‘महामानव’ पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को उनकी जयंती पर कोटि कोटि नमन। सेवा और समर्पण का उनका मंत्र हमें प्रेरणा देता है। उनके विचार और दर्शन भारत की आने पीढ़ियों को भी प्रेरित करते रहेंगे।”