नई दिल्ली। राम मंदिर निर्माण को लेकर हिंदुस्तान की राजनीति का माहौल राममय हुआ पड़ा है। हर कोई राम नाम का सुमिरन करने में व्यस्त है। सभी राम भक्तों को उस पल का इंतजार है, जब अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होगा। इस मौके को ऐतिहासिक बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी है, लेकिन कुछ लोग इस भक्तिमय मुद्दे को लेकर भी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत अनेकों गणमान्यों को न्योता भेजा जा चुका है। इसे जहां कुछ लोग सहर्ष स्वीकार कर चुके हैं, तो वहीं कुछ इस पर आपत्ति जता रहे हैं।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राम मंदिर को लेकर सियासत करने वालों को जमकर खरी खोटी सुनाई है। पीएम मोदी ने स्पष्ट कर दिया है कि यह समय राजनीति करने का नहीं, बल्कि लोगों में मन में राम मंदिर को लेकर भक्ति भाव पैदा करने का है, लेकिन कुछ लोग इस आध्यात्मिक मुद्दे में भी अपने सियासी फायदा तलाश रहे हैं, मगर मैं उन्हें स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि उन्हें किसी भी प्रकार का फायदा नहीं होने वाला है।
वहीं , राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को खास बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी है। कर्नाटक सरकार ने जहां इस दिन प्रदेशवासियों से अपने घरों में दीया जलाने की अपील की है, तो वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दिन प्रदेशवासियों से दीवाली मनाने की अपील की है। इसके अलावा आम लोगों में भी इसे लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। उधर, योगी सरकार राम मंदिर उद्घाटन के कार्यक्रम को खास बनाने की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है, जिसके तहत इस दिन प्रदेश में 5 करोड़ दीए जलेंगे।
इसके अलावा इस दिन को खास बनाने के मकसद से रामचरण पादुका यात्रा भी निकाली जाएगी। वहीं, सामूहिक शंख वादन कर एक विश्व रिकॉर्ड भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही सरयू घाटी पर सामूहिक आरती भी की जाएगी। वहीं, प्रदेश के 1200 से अधिक मंदिरों में आरती भी की जाएगी, ताकि पूरे राज्य का माहौल राममय हो सकें। बहरहाल, अब आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन कार्यक्रम का माहौल कैसा रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।