चीन सीमा तक आकाश मिसाइल ले जानी हो या फिर पाकिस्तान में लाहौर तक टैंक। सीमा तक सड़क बिछाने का काम रक्षा मंत्रालय का सीमा सड़क संगठन करता है। यह संगठन घने जंगलों से ऊंचाई वाले पहाड़ों तक बेहद जोखिम स्थिति में काम करता है। ऐसे में अब सड़क संगठन और जीआरईएफ की निर्माण परियोजनाओं में काम करने वाले सभी मजदूरों को बीमा सुरक्षा देने जा रहा है। कई बार निर्माण के दौरान तमाम दुर्घटनाएं हो जाते हैं। ऐसे में मजदूरों को उचित आर्थिंक संबल भी नहीं मिल पाता है।
रक्षा मंत्रालय की अब किसी भी परियोजना में लगे हर मजदूर का 10 लाख रुपए का बीमा दिया जाएगा। यह सुविधा परियोजना के सभी आकस्मिक वेतनभोगी मजदूरों को भी मिलेगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। इससे किसी भी आपात, जोखिम और दुर्घटना की स्थिति में मजदूरों के परिवार को लाभ पहुंचाएगा।
सीमा सड़क संगठन भारत में एक सड़क निर्माण कार्यकारी बल है। यह सड़क संगठन भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए सड़क मार्गों व पुलों का निर्माण कार्य करता है। इसके साथ ही सड़क के देखरेख की जिम्मेंवारी भी इसी संगठन की होती है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सहित 19 राज्यों में यह संगठन सड़क बनाता है। बीआरओ ने नवंबर 2021 में उमलिंग ला में सबसे ऊंची सड़क निर्माण का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
सीमा सड़क संगठन भारत ही नहीं विदेशों में भी सड़क का निर्माण करता है। संगठन इस समय पड़ोसी देश अफगानिस्तान, भूटान, म्यांमार, ताजिकिस्तान और श्रीलंका में बुनियादी ढांचा निर्माण में शामिल है। यह सड़क संगठन भारतीय सशस्त्र बलों के साथ सीमावर्ती इलाकों में कंधे से कंधा मिलाकर कार्यों को निष्पादित करता है।