नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर ईडी के सामने पेश होने से इनकार कर दिया है। अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया है कि ये मामला कोर्ट में है और इसकी अगली सुनवाई 16 मार्च को है। आम आदमी पार्टी ने कहा है कि रोज अरविंद केजरीवाल को समन भेजने की जगह ईडी को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। आम आदमी पार्टी ने ये भी कहा है कि मोदी सरकार को इस तरह दवाब नहीं डालना चाहिए और वो इंडिया गठबंधन को नहीं छोड़ेगी।
Delhi CM and AAP National Convenor Arvind Kejriwal will not go to ED today. The matter is in the court and the next hearing is on March 16. Instead of sending summons daily, the ED should wait for the court's decision. We will not leave the INDIA alliance. Modi government should…
— ANI (@ANI) February 26, 2024
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी अब तक अरविंद केजरीवाल को 7 समन भेज चुकी है। पहले समन भेजने पर अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वो 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव के प्रचार में व्यस्त हैं। इसके बाद ईडी के अगले समन पर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वो पंजाब में विपश्यना करने जा रहे हैं। इसके बाद जब भी ईडी ने समन भेजे, तो अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने राजनीतिक द्वेष के कारण ये कदम उठाने का आरोप जांच एजेंसी पर लगाया।
केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने आरोपों में कहा कि ईडी का समन अवैध है। इसके बाद ईडी ने कोर्ट का रुख किया था। कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को तलब किया था। इस पर केजरीवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश हुए थे और कोर्ट को बताया था कि उनकी सरकार का विश्वासमत प्रस्ताव और बजट है। इस पर कोर्ट ने 16 मार्च को उनको खुद कोर्ट आने के लिए कहा था।
दरअसल, ईडी दिल्ली के कथित शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है। ईडी ने शराब घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया है। जांच एजेंसी पहले ही केजरीवाल सरकार के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। शराब घोटाले की जांच सीबीआई ने शुरू की थी। ईडी ने बाद में इसमें दस्तक दी। ईडी ने कोर्ट में जो चार्जशीट पेश की है, उसमें उसने अरविंद केजरीवाल का भी नाम लिया है और तभी से लगातार दिल्ली के सीएम को पेश होने के लिए समन भेज रही है, लेकिन केजरीवाल पेश नहीं हो रहे हैं।