दिल्ली में यमुना में आई बाढ़ से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। यमुना का पानी सड़कों पर आ जाने के कारण दिल्ली में कई प्रमुख स्थानों पर यातायात बाधित रहेगा। लेकिन कल के मुकाबले आज यमुना के जलस्तर में थोड़ी कमी आई है, फिर भी यमुना अभी भी खतरे के निशान से 3 मीटर से अधिक ऊपर बह रही है। आज सुबह दिल्ली में यमुना का जलस्तर 208.38 मीटर पर दर्ज किया गया। हालात को देख कर यह कहा जा सकता है कि खतरा अभी कमा नहीं है। सुप्रीम कोर्ट, लालकिला, राजघाट, ITO, यमुना बाजार, सिविल लाइंस आदि कई इलाकों की सड़कों पर पानी जमा होने से रास्ते बंद रखने के आदेश हैं। राजघाट और सुप्रीम कोर्ट के आसपास पानी का बहाव काफी तेज होने से हालात डराने वाले हैं। इसके चलते इन सड़कों पर सुबह से ही जाम की स्थित बन गई है।
दिल्ली कैबिनेट में मंत्री आतिशी ने कहा हम दिल्ली की स्थिति सुधरने के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं। आधिकारी अपनी पूरी उर्जा से काम में लगे हुए हैं। सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण की टीम टूटे हुए मेड की निर्माण कर रही है लेकिन पानी अभी भी शहर में प्रवेश कर रहा है।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा अभी तो सबकुछ सँभालने का प्रयास चल रहा है लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो NDRF और सेना की सभी इंजीनियरिंग शाखाओं से इस मामले में मदद करने का अनुरोध किया जाएगा। साथ ही केजरीवाल ने हर घंटे रिपोर्ट देने को कहा है।
केजरीवाल सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि दिल्ली सरकार ने मुख्य सचिव को रेगुलेटर को हुए नुकसान के मामले को सबसे पहले प्राथमिकता पर लेने और समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया है।कल रात यमुना का पानी वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट के भीतर घुस गया। इस कारण वहां मोटरों को बंद करना पड़ा था। तीन जल शोधन मशीनों के बंद होने के कारण पानी की आपूर्ति में एक चौथाई यानी 25 प्रतिशत कटौती करने का फैसला किया गया है।
ITO और राजघाट के इलाकों में बाढ़ के कारण अधिकारियों को यातायात की आवाजाही पर रोक लगाना पड़ा है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एक ट्वीट में कहा – ITO WHO बिल्डिंग के पास पानी के तेज प्रवाह के कारण महात्मा गांधी मार्ग पर सराय काले खां से IP फ्लाईओवर की ओर किसी भी वाहन को यातायात की अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रियों को इस मार्ग से बचने की सलाह दी जाती है।