नई दिल्ली: ज्यादातर लोगों का काम लैपटॉप पर ही होता है, अगर थोड़ी देर के लिए आपका लैपटॉप अचानक से काम करते-करते बंद हो जाता है तो ना केवल आपका काम लॉस होता है बल्कि आपका दिमाग भी खराब हो जाता है. ज्यादातर लैपटॉप में वायरस की प्रॉब्लम होती है. लैपटॉप में वायरस की प्रॉबल्म सुनते ही लोगों की झटका लग जाता है, क्योंकि लैपटॉप में वायरस होने से ना केवल लैपटॉप काम की गति को कम कर देता है बल्कि धीरे-धीरे लैपटॉप के कई पुर्जें खराब होने लगते हैं. अगर आप चाहते हैं कि आपका लैपटॉप एकदम नया रहे तो बीच-बीच में ये ट्रिक जरूर अपने लैपटॉप के साथ करते रहिए.
अक्सर लोग लैपटॉप के हैंग होने और धीमी गति की वजह से परेशान रहते हैं. इस परेशानी को सॉल्व करने के लिए आपको वायरस एम13 जीवाणुभोजी का इस्तेमाल करना होगा. ये वायरस ई-कोलाई जीवाणु को संक्रमित करता है। समय में होने वाली यह देरी अक्सर पारंपरिक रेंडम एक्सेस मेमोरी (रैम) चिप और हार्ड ड्राइव के बीच सूचनाओं के स्थानांतरण और उसके संग्रहण से होती है.
सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन (एसयूटीडी) के शोधकर्ताओं का कहना है कि रैम चिप तेज तो होती है, लेकिन यह महंगी और अस्थिर होती है मतलब सूचनाओं को बरकरार रखने के लिए इसे बहुत ऊर्जा की जरूरत होती है. इसी वजह से आपका लैपटॉप हैंग करने लगता है.
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वहीं फेज चेंज मेमोरी रैम चिप की ही तरह तेज हो सकती है और इसकी संग्रहण क्षमता भी हार्ड ड्राइव से ज्यादा होती है। नई मेमोरी तकनीक में ऐेसी वस्तु का इस्तेमाल किया गया, जो किसी भी स्थिति में खुद को बदल सकता है। पहली बार किसी शोध में यह पाया गया है कि एम13 जीवाणुभोजी का इस्तेमाल कर कम तापमान पर जर्मेनियम-टिन ऑक्साइड तारें बनाई जा सकती हैं और मेमोरी पा सकते हैं।