इंडोनेशियाई तालौद द्वीप समूह में मंगलवार, 9 जनवरी को 6.7 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 80 किलोमीटर नीचे था। भारतीय मानक समयानुसार सुबह 2:18 बजे के आसपास झटके महसूस किए गए।
एनसीएस ने ट्विटर पर बताया कि भूकंप का केंद्र पृथ्वी की सतह से 80 किलोमीटर नीचे स्थित था। ये भूकंपीय झटके इंडोनेशियाई तलुउद द्वीप समूह में महसूस किए गए। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) ने बताया कि पिछले हफ्ते इंडोनेशिया के बलाई पुंगुट में भूकंप के तेज झटके आए थे।
इंडोनेशिया में 6.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बावजूद अब तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं आई है। पैसिफिक रिंग ऑफ फायर पर स्थित होने के कारण इंडोनेशिया में अक्सर भूकंप आते रहते हैं, यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां प्रशांत, कोकोस, इंडो-ऑस्ट्रेलियाई, जुआन डी फूका, नाज़का, उत्तरी अमेरिकी और फिलीपीन प्लेटों सहित कई टेक्टॉनिक प्लेटें मिलती हैं।
जापान को भी नए साल की शुरुआत के आसपास महत्वपूर्ण भूकंपों का सामना करना पड़ा, खासकर 1 जनवरी को, जहां रिक्टर पैमाने पर 7.6 तीव्रता का एक शक्तिशाली भूकंप आया। इससे क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी शुरू हो गई। जापान में हाल की भूकंपीय गतिविधियों के कारण 100 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं।
जापान और इंडोनेशिया जैसे देशों में भूकंप की आवृत्ति टेक्टोनिक प्लेट सीमाओं, विशेष रूप से प्रशांत रिंग ऑफ फायर के साथ उनके स्थानों के कारण होती है। इन टेक्टोनिक प्लेटों के अभिसरण और गति के कारण इस क्षेत्र में अधिक भूकंपीय गतिविधियाँ होती हैं, जिससे बार-बार भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं।