ईडी ने पंजाब अमरगढ़ से आम आदमी पार्टी के विधायक जसवंत सिंह को हिरासत में ले लिया। बता दें कि जिस वक्त ईडी ने उन्हें हिरासत में लिया, उस वक्त वो पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर बैठक कर रहे थे। सनद रहे कि पिछले साल सितंबर में ईडी ने उनके यहां छापेमारी भी की थी , जहां से 32 लाख रुपए जब्त किए गए थे। आप ने उक्त कार्रवाई को केंद्र सरकार द्वारा जांच एजेंसियों का दुरुपयोग बताया था और आप विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज कर इन्हें राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया था।
अब पंजाब में भी ED ने निशाने पर AAP नेता
पंजाब के अमरगढ़ से आम आदमी पार्टी के विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे
ED की टीम कार्यकर्ताओं की चलती मीटिंग में से AAP MLA को उठाकर अपने साथ ले गयी
पिछले साल सितंबर महीने में ED ने आम आदमी पार्टी… pic.twitter.com/7BfW9imqAP
— Sharad Sharma (@sharadsharma1) November 6, 2023
उधऱ, बताया जा रहा है कि आप विधायक के खिलाफ यह कार्रवाई 40 करोड़ के बैंक फ्रॉड के मामले में की गई, लेकिन विधायक इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे हैं। उधर, आम आदमी पार्टी का भी कहना है कि केंद्र की मोदी सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग विपक्षी दलों की आवाज दबाने के मकसद कर रही है, लेकिन यह आवाज कभी दबने वाली नहीं है।
वहीं, आपको बता दें कि आप विधायक को इस मामले में ईडी द्वारा कोई नोटिस नहीं दिया गया था। ध्यान दें, आमतौर पर ऐसे मामलों में आरोपी को जांच एजेंसी की ओर से नोटिस जारी कर पहले से ही यह इत्तला कर दिया जाता है कि उसके खिलाफ फलां कार्रवाई की जा रही है, लेकिन आपको बता दें कि उक्त मामले में ईडी द्वारा ऐसी कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। ध्यान दें, आप विधायक के खिलाफ यह कार्रवाई ऐसे वक्त में कई गई है, जब कुछ दिनों बाद पांच राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, जिसमें आम आदमी पार्टी भी अपनी किस्मत आजमाने जा रही है।
मालूम हो कि दिल्ली में भी आप विधायकों के खिलाफ ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है। वापस ली जा चुकी नई आबकारी नीति मामले में अब तक ईडी द्वारा तीन आप नेताओं को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और आप सांसद संजय सिंह का नाम शामिल है। उधर, बीते दिनों इसी मामले में सीएम केजरीवाल को ईडी ने पूछताछ के लिए समन जारी किया था, लेकिन वो पेश नहीं हुए थे।