लखनऊ: फेसबुक पर अंजान ‘‘विदेशी गोरी’ से दोस्ती करना वकील को महंगा पड़ गया। फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज पहले वकील से दोस्ती की। बातचीत के दौरान खुद को लंदन निवासी विधवा बताया और भारत आकर इलाहाबाद व अयोध्या घूमने की इच्छा जतायी। अतिथि देवो भव: की बात कहकर वकील ने हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया। उसके बाद मुम्बई एयरपोर्ट पर तैनात एम्बेसी अधिकारी ने वकील को जाल में फंसाया और विदेशी के पास गोल्ड होने के एवज में 39 हजार रुपये अदा करने को कहा। यह सुन वकील ने कैब बुक करने में मदद करने वाले शख्स को सारी बात बतायी। आरोप है कि उक्त शख्स, उसके दोस्तों व विदेशी गोरी ने मिलकर उससे 39 हजार रुपये ऐंठ लिए। मांग बढ़ने पर माथा ठनका। पड़ताल की तो ठगी की जानकारी हुई।
कोर्ट के आदेश पर सरोजनीनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।चिनहट निवासी वकील अवधेश ने बताया कि फरवरी माह में उनके फेसबुक पर ‘‘नैली ब्राउन’ नाम की महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट आयी। प्रोफाइल पिक पर विदेशी गोरी की फोटो व लंदन निवासी देख उन्होंने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली। कुछ दिनों बाद उसी विदेशी गोरी से उनकी फेसबुक मैंसेजर के जरिए बात शुरू हुई। बातचीत के दौरान महिला ने बताया कि वह विधवा है और एक बच्चे की मां है।इसी दौरान दोनों ने मैसेंजर पर नम्बर शेयर कर दिये। विदेशी गोरी ने वकील व उसके घरवालों से बात की। कहा कि वह भारत आ रही है। लखनऊ आकर इलाहाबाद व अयोध्या घूमने जाएगी। उसने कहा कि अगर आप एक गाड़ी बुक कर देंगे तो घूमने में आसानी होगी। बुकिंग में जो भी रुपये खर्च होंगे, वह अदा कर देगी।
वकील ने हामी भरने के साथ ही परिजनों से बात की तो वे घूमने के लिए राजी हो गये। विदेशी ने 26 फरवरी को मुम्बई एयरपोर्ट पहुंचने की बात कही। वकील ने बताया की इससे पहले कोर्ट में आलमबाग कोतवाली में तैनात दरोगा के जरिए वसीम खान से परिचय हुआ। नम्बर एक्सचेंज हुए। बीते 25 फरवरी को वकील ने वसीम को फोन किया और ट्रेवेल एजेंसी की मदद से एक गाड़ी बुक कराने के लिए बात की। तय तारीख पर वकील के पास एक कॉल आयी। फोनकर्ता ने खुद को मुम्बई एयरपोर्ट पर तैनात एम्बेसी अधिकारी बताया। कहा कि लंदन से एक महिला बच्चे संग आए हैं। उनके पास काफी सामान, गोल्ड है। लिहाजा उसका टैक्स 38,500 रुपये अदा करना पड़ेगा। यह बात वकील ने वसीम खान को बतायी तो उसने रुपये देने की बात कही। वह उन्हें एयरपोर्ट के सामने एक दुकान पर ले गया। वहां वकील ने उसे 30 हजार रुपये दिये। शेष रकम वसीम खान ने लगायी और एम्बेसी अधिकारी द्वारा बताए गये खाते में ट्रांसफर कर दी।
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वकील ने बताया कि वसीम ने धोखा देते हुए बताए गये खाते की जगह दूसरे खाते में रकम ट्रांसफर की।उनका कहना है कि एम्बेसी अधिकारी ने जो खाता नम्बर दिया था वह झांसी का था, जबकि वसीम ने जिस पर ट्रांसफर किये वह किसी राजेन्द्र राय का था। पीड़ित वकील ने बताया कि एम्बेसी अधिकारी ने फोन कर कहा है कि विदेशी महिला के इलेक्ट्रानिक कार्ड में भारतीय मुद्रा के हिसाब से 63 लाख रुपये है। इसके एवज में 55 हजार की मांग की लेकिन उसने इंकार कर दिया। पीड़ित का कहना है कि मांग बढ़ने पर उन्हें यह एहसास हो गया कि उनके साथ ठगी हुई है।
सरोजनीनगर थाने व एसएसपी कार्यालय में सुनवायी न होने पर पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर सरोजनीनगर पुलिस ने रविवार को नैली ब्राउन, वसीम खान, अज्ञात महिला एम्बेसी अधिकारी, राजेन्द्र राय, वसीम खान के दो मित्र के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, गाली-गलौज व जान से मारने की धमकी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।