नई दिल्ली। बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान भारत ने पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों को बॉर्डर पार तक खदेड़ा था। इस क्रम में विंग कमांडर अभिनन्दन की बहादुरी की खूब वाहवाही हुई थी। पर कुछ बहादुरों के नाम गुमनाम हो गए। इनमे से एक थीं महिला स्क्वॉड्रन लीडर, जिन्होंने पाक के कई हमलों को नाकाम कर दिखाया था।
ख़बरों के मुताबिक, इस महिला स्क्वॉड्रन लीडर का नाम और काम दोनों सुरक्षा की दृष्टि से छिपा कर रखा गया है। इस बहादुर ऑफिसर का नाम सामने आने के आसार भी नहीं हैं। हालाँकि बताया जा रहा है कि उनके नाम की सिफारिश विशिष्ट सेवा मेडल के लिए की गई है।
अपनी तीसरी आंख से रखती हैं नज़र
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महिला स्क्वॉड्रन लीडर आईएएफ के एक रडार कंट्रोल स्टेशन में नियुक्त हैं। वह एयरफोर्स में फाइटर कंट्रोलर की भूमिका में तैनात हैं। 27 फरवरी को जब पाक जेएफ-17 एस, 24 एफ-16, और मिराज 5 भारतीय सीमा में दाखिल हुए, तब इस महिला स्क्वॉड्रन लीडर ने तनाव भरे माहौल में भी सिचुएशन को अच्छी तरह संभाला था।
महिला स्क्वॉड्रन लीडर की अहम भूमिका
भारत को पहले से साफ हो गया था कि पाकिस्तान हमले की फ़िराक में है। पाकिस्तान की हरकतों पर महिला स्क्वॉड्रन लीडर की कड़ी नज़र थी। जब पाकिस्तान की ओर से लड़ाकू विमान एलओसी क्रॉस करने लगे, तो उन्होंने 6 मिग विमानों को सबसे पास के एयरबेस (श्रीनगर) से उड़ान भरने को कहा। पाकिस्तान के एफ-16 विमान में मीडियम रेंज की AIM-120C एडवांस मिसाइल की जानकारी भी पायलटों को महिला स्क्वॉड्रन लीडर ने ही दी थी।