नई दिल्ली: मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार पर अचानक संकट उभर आया है. मामला यह है कि अब पर्रिकर की जगह नया नेता कौन? दरअसल, कांग्रेस पहले ही राज्यपाल को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश कर चुकी है. जिसे देखते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रविवार को गोवा पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ बैठक की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य के नए मुख्यमंत्री को लेकर बैठक में एकराय नहीं बन पाई.
बता दें, गोवा में 40 सदस्यीय विधानसभा है. मनोहर पर्रिकर के अलावा विधायक फ्रांसिस डिसूजा के निधन और पिछले साल कांग्रेस के दो विधायकों सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे के इस्तीफे से चार सीटें खाली हैं. इस तरह विधासभा में मौजूदा समय में कुल 36 विधायक है. ऐसे में सरकार बनाने के लिए जादुई आंकड़ा 19 का है. पर्रिकर के निधन के बाद बीजेपी के पास 12 का संख्याबल है. ऐसे में पर्रिकर के निधन के बाद कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल बैठकें मौजूदा हालात पर मंथन में जुट गए हैं.
नए सीएम पर नहीं बनी सहमति?
पर्रिकर के निधन के बाद इस सियासी संकट को देखते हुए नितिन गडकरी रविवार रात करीब साढ़े 12 बजे आनन-फानन में गोवा पहुंचे. इसके बाद उन्होंने महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के विधायकों के साथ बैठक की. बैठक में दो निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक नए सीएम को लेकर बैठक सुबह तक चलती रही. बीजेपी को उम्मीद थी कि सहयोगियों से बात बनने के बाद सीएम के चहरे की घोषणा हो जाएगी और सोमवार दिन में 9.30 बजे तक नई सरकार का गठन हो जाएगा. लेकिन सीएम को लेकर सहयोगी पार्टियों में सहमति नहीं बन पाई.
वहीं मीटिंग से बाहर आने के बाद गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘हमने मनोहर पर्रिकर को समर्थन दिया था न कि बीजेपी को। अब जब वह नहीं रहे तो विकल्प खुले हुए हैं. हम गोवा में स्थिरता चाहते हैं. हम नहीं चाहते हैं कि सदन को भंग किया जाए. उन्होंने कहा कि हम बीजेपी विधायिका दल के फैसले का इंतजार करेंगे और उसके बाद अगला कदम उठाएंगे.’
सीएम को लेकर दो नामों पर चर्चा
पूर्व पंचायत मंत्री मौविन गौडिन्हो ने कहा कि चर्चा का दूसरा राउंड चलेगा. उन्होंने बताया कि बीजेपी की ओर से सीएम के लिए दो नाम सुझाए गए थे. वह दो नाम प्रमोद सावंत और विश्वजीत राणे हैं. उन्होंने बताया कि एमजीपी के सुदीन धावलिकर भी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. इस वजह से बात नहीं बन सकी. प्रमोद सावंत गोवा विधानसभा के अध्यक्ष हैं. विश्वजीत राणे मनोहर पर्रिकर कैबिनेट में स्वास्थ्य मंत्री थे. वह कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हैं. इसी बीच कांग्रेस ने भी सरकार बनाने का दावा ठोका है. रात को गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को लिखे गए पत्र में कांग्रेस की ओर से बहुमत होने का दावा किया गया है.