आ गया किस्मत बदलने वाला पूर्णिमा का चांद….दर्शन कर अर्ध्य जरूर दें आज

प्रीतिका मजूमदार। आज पीपल पूर्णिमा है। आज पूर्णिमा का व्रत है। आज आकाश में चन्द्रमा पूर्ण रूप से उदय होगा।आज का दिन और रात दोनों ही बहुत पुण्य और सिद्धि देने वाला है। आज रात्रि में चन्द्रमा के दर्शन जल में करने चाहिए।बड़े से बड़ा दाग भी अगर आपके जीवन मे लगा है, बदनामी हो गई, सम्मान की कमी चल रही है वे सभी आज यही उपाय करें। जिनको महालक्ष्मी का शुभ आशीर्वाद चाहिए वे आज पीपल के पेड़ के पास जाकर मावे की मिठाई का भोग लगावें फिर जल अर्पण करें। इसके बाद उसकी जड़ को स्पर्श करके शुभ लक्ष्मी की कामना करें क्योंकि वर्ष भर केवल आज ही यह उपाय करने से शीध्र महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

पति-पत्नी में अनबन हो तो करें यह उपाय

जिनके दाम्पत्य जीवन मे अनबन चल रही हे कड़वाहट ज्यादा हो रही है, वे जातक आज रात्रि को जब चन्द्रमा पूर्ण रूप से बड़ा हो जाये तो कच्चे दूध से चन्द्रमा को अर्ध्य देवें।

अगर इसमें चावल भी डाल कर अर्ध्य देवें तो आपका रिश्ता ओर मजबूत होगा। आप दोनों (पति-पत्नी) को आज चन्द्रमा की रोशनी में कुछ समय जरूर व्यतीत करना चाहिए। जो जातक बीमारी से परेशान हो रहे हैं, वे आज छाया दान करे और चंद्रशेखर स्त्रोत्र का पाठ करें।

विवाह में आ रही बाधा दूर होगी

अगर किसी का विवाह नहीं हो रहा है तो कन्या एक पानी का कलश भरकर पीपल के पेड़ की ओर अगर लड़का है तो चुन्नी ओर चूड़ी लेकर खेजड़ी के सात परिक्रमा लगावें। इस उपाय से शीध्र ही विवाह का योग बनता है। आज अगर हनुमान जी के आंकड़े के फूलों की माला अर्पण की जाए तो सर्वबाधा दूर होती है। शत्रुबाधा समाप्त हो जाती है।

भावनात्मक समस्याएं होंगी दूर

पूर्णिमा की रात में 15 से 20 मिनट तक चन्द्रमा को लगातार देखें इससे नेत्रों की ज्योति तेज होती है। साथ में पूर्णिमा की रात में चन्द्रमा की रोशनी में सुई में धागा पिरोने का अभ्यास करने से नेत्र ज्योति बढ़ती है। जिनके कुंडली मे पित्र दोष है वे जातक आज बरगद के पेड़ को गले लगाकर अपने पूर्वजों को याद उनसे प्राथना करे कि मुझपर मेरे परिवार पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें।

मानसिक और भावनात्मक समस्या से मुक्ति पाने के लिए गाय का कच्चा दूध लें, गाय का दूध ना मिले तो कोई भी दूध जो उबला ना हो उसमें मिश्री या चीनी मिलाकर चाँदी के पात्र में लेकर पूर्ण चंद्र को अर्ध्य दें. अर्ध्य देते वक्त ॐ चंद्राय नमः का जाप करें। तीन बार अर्ध्य दें मगर ध्यान रहे इस दौरान दूध पैरों पर ना गिरे। बेहतर हो नीचे कोई पात्र रख लें और अर्ध्य देते वक़्त गिरा दूध बाद में किसी पौधे में डाल दें। चांदी का पात्र उपलब्ध ना हो तो स्टील आदि श्वेत धातु का पात्र इस्तेमाल कर सकते हैं.

लेखक के बारे में-

प्रीतिका मजूमदार देश की जानी-मानी वैदिक ज्योतिषी हैं. टैरो कार्ड रीडिंग और न्यूमरोलॉजी में जहां उन्हें महारथ हासिल है वहीं रेकी और साउंड हीलर के तौर पर भी उनकी एक अलग पहचान है.देश के सभी बड़े टीवी चैनल्स उन्हें बतौर एक्सपर्ट उन्हें अपने शोज़ में आमंत्रित करते रहते हैं.सुखी और समृद्ध जीवन के लिए उनके सुझाए उपाय अपनाकर अनगिनत लोग लाभान्वित हो चुके हैं. प्रीतिका मजूमदार से इन मेल आईडी पर सम्पर्क किया जा सकता है: [email protected] और [email protected]

 

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