आप कहां आते-जाते हैं, गूगल को इसकी जानकारी है। गूगल अकाउंट से लॉग-इन करने के बाद यह जानकारी इकट्ठा करना शुरू कर देता है। जानिए, इस जानकारी को कैसे रोक सकते हैं। गूगल यूजर की पल-पल की एक्टिविटी पर नजर रखता है। फोन में कई सेटिंग्स बाय-डिफॉल्ट इनेबल रहती हैं, जिससे गूगल आप पर नजर रखता है। यही वजह है कि गूगल के पास यूजर से जुड़ी कई तरह की जानकारी रहती हैं।
जैसे यूजर्स की लोकेशन ट्रैकिंग के लिए गूगल जीपीएस का इस्तेमाल करता है। कंपनी दावा करती है, लोकेशन डाटा का इस्तेमाल वो यूजर्स को बेहतर अनुभव देने के साथ आसपास की जगहों से जुड़े विज्ञापन दिखाने में करती है। अगर आप चाहते हैं कि गूगल के पास आपकी लोकेशन हिस्ट्री का रिकॉर्ड न रहे तो सेटिंग्स को बदलकर जानकारी को रोक सकते हैं। बेहतर प्राइवेसी के लिए लोकेशन ट्रैकिंग को ऑफ कर दें।
अपनी एंड्रॉयड डिवाइस में गूगल ऐप की सेटिंग्स को बदलने की जरूरत है। इसके लिए सबसे पहले गूगल ऐप को ओपन करें। अब दाईं ओर दिखने वाली प्रोफाइल पर टैप करें। यहां स्क्रीन पर दिखने वाले मेन्यू में आपकी ईमेल आइडी के नीचे गूगल अकाउंट लिखा नजर आएगा, अब इस पर टैप करें।
अब यहां नाम और प्रोफाइल के साथ कई जानकारियां दिखेंगी। यहां पर दिखने वाले डाटा प्राइवेसी ऑप्शन पर टैप करें। अब नीचे की तरफ स्क्रॉल करें। यहां लोकेशन हिस्ट्री का विकल्प नजर आएगा। इस पर टैप करें और लोकेशन हिस्ट्री को ऑफ कर दें। इसके साथ ही यूजर्स को यहां पर हिस्ट्री मैनेज करने का विकल्प मिलता है। ऐसा करने के बाद गूगल के पास इस ऐप से पहुंचने वाला डाटा रुक जाता है और लोकेशन शेयरिंग बंद हो जाती है।