गुरुवार का दिन हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है. इस दिन भगवान विष्णु जी की पूजा-अर्चना की जाती है. वहीं गुरुवार के दिन के अधिष्ठाता भगवान बृहस्पति माने जाते हैं जो कि देवताओं के गुरु हैं और प्रत्येक मनुष्य की कुंडली में जिनका सबसे अधिक प्रभाव होता है वह बृहस्पति ग्रह का होता है.
बृहस्पति ग्रह हमारे जीवन में कई महत्वपूर्ण चीजों के कारक होते हैं जैसे पति, संतान, सुखी वैवाहिक जीवन, विवाह, शिक्षा, सुख समृद्धि और बुद्धि प्रदान करते हैं. जिनकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह की स्थिति कमजोर होती है या बृहस्पति ग्रह पीड़ित होते हैं, उन्हें जीवन में कई प्रकार के दुख भोगने पड़ते हैं.
गुरुवार का महत्व
बृहस्पति ग्रह की कमजोर स्थिति से बचने के लिए बृहस्पतिवार के दिन कुछ उपाय किए जाते हैं जिनसे बृहस्पति गृह के पीड़ित होने से बचा जा सकता है. बृहस्पति ग्रह के खराब होने के दुष्प्रभाव आपके घर, वैवाहिक जीवन और धनागमन पर पड़ता है.
मान्यता है कि जो भी व्यक्ति पूरे भक्तिभाव से विधिपूर्वक भगवान विष्णु की पूजा आराधना करता है और मंत्रों का जाप करता हैं और साथ ही बृहस्पतिवार का व्रत करता है, उसके जीवन में सभी प्रकार के सुखों की मिलते हैं और संपूर्ण सौभाग्य की भी प्राप्ति होती है.
गुरुवार के उपाय
- गुरुवार के दिन पीले रंग के वस्त्र धारण कर केले के पेड़ की पूजा करें. केले के पेड़ की पूजा करते समय जल अर्पित करें और एक शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करें. फिर वहीं पर बैठकर भगवान विष्णु के 108 नामों का उच्चारण करें. ऐसा करने से विवाह का बाधाएं दूर हो जाती हैं.
- गुरुवार के दिन सूर्य देव को जल चढ़ाएं और फिर भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर कलावे की बत्ती के साथ घी का दीपक जलाकर रखें. ऐसा करने से श्रीहरि प्रसन्न होते हैं और आपको सुखी जीवन का आशीर्वाद देते हैं.
- गुरुवार के दिन विष्णु चालीसा का पाठ करने से भगवान प्रसन्न होते हैं. कुश के आसन पर बैठकर विष्णु चालीसा का पाठ करें और फिर भगवान को पीले फूल फल अर्पित करें. इससे आपकी हर क्षेत्र में तरक्की होगी.
- गुरुवार के दिन फलों का दान करने से कुंडली में शुभ योग बनते हैं गुरु ग्रह की स्थिति मजबूत होती है. इस दिन जरूरतमंदों को पीले फलों का दान करने से पुण्य मिलता है और व्यापार में लाभ होता है.
- गुरुवार के दिन केसर का उपाय सबसे बेहतर माना जाता है. गुरुवार को केसर दूध में डालकर या केसर की खीर बनाकर भगवान विष्णु जी को भोग लगाएं और फिर परिवार के सदस्यों में बांटें. इससे जीवन में खुशहाली आती है और आर्थिक तंगी भी नहीं होती है.