चमोली: उत्तराखंड में इन दिनों तबाही की बारिश हो रही है. इस वजह से कहीं पुल बह जा रहे हैं तो कहीं पानी का तेज बहाव लोगों की जान मुश्किल में डाल रहा है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड में आने वाले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी, जिसके मद्देनजर 8 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है.
पिछले 13 घंटे से राजधानी देहरादून में मूसलाधार बारिश हो रही है, जानकारी के मुताबिक अभी तक 98.4 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि गढ़वाल के देहरादून, पौड़ी, हरिद्वार में भारी बारिश का अलर्ट है. इसके साथ ही कुमाऊं के नैनीताल, उधम सिंह नगर, पिथौरागढ़ में भी भारी बारिश जारी रहेगी.
सुनाली गांव में हुई घटना
वहीं उत्तराखंड के चमोली में कर्णप्रयाग से 35 किलोमीटर दूर सोनाली में कल बादल फट गया, जिसमें 4 लोग घायल हो गए. अचानक पहाड़ों से आए पानी से 5 घरों को नुकसान पहुंचा है. चश्मदीदों के मुताबिक बादल फटने का मंजर काफी भयानकर था क्योंकि मलबे के साथ बड़े बड़े पत्थर भी आ रहे थे.
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इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया.बताया गया कि रविवार तड़के सुनाली गांव के ऊपर पेरा तोक में बादल फटने से नाला उफान पर था. नाले में मलबा पत्थर आने से पांच मकानों को क्षति पहुंची है. साथ ही घर में सो रहे एक ही परिवार के चार लोग घायल हुए हैं. हादसे में चार मवेशी भी मलबे में जिंदा दफन हुए हैं. घायलों को ग्रामीणों की मदद से निकालकर अस्पताल भेजा गया है.
बारिश के कारण भूस्खलन
वहीं चमोली में लगातार बारिश के कारण नंदप्रयाग के पास पहाड़ी दरकने से भूस्खलन हुआ है. इससे 50 मीटर हाईवे भारी मलबे और बोल्डर से दब गया है. इस कारण बद्रीनाथ, हेमकुण्ड साहिब की यात्रा बाधित हो गई. हाईवे के दोनों ओर यात्री फंसे हुए हैं और हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं.
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बारिश के चलते बार बार रास्ता बाधित होने से बद्रीनाथ धाम आने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों को हाईवे खुलने के इंतजार में कई घंटे रुकना पड़ रहा है. नंदप्रयाग में मलबा हटाने में एनएच कंपनी लगी हुई है. लेकिन मलबा बार-बार हाईवे पर आ रहा है. वहीं चटान से पत्थर गिरने का खतरा भी बना हुआ है.
ग्रामीणों में दहशत
रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि विकास खण्ड़ के कालोगाड़ तोक में बनी जिला पंचायत की पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है. एक दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों का पुलिया टूटने से सम्पर्क कट गया है. खासकर स्कूल के बच्चों को स्कूल जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बच्चे किसी तरह गदेरे को पार करके स्कूल पहुंच रहे हैं लेकिन ग्रामीणों को हमेशा डर बना हुआ है कि कहीं उनके बच्चे गदेरे में ना बह जाएं. आपको बता दें कि इस पुलिया से एक दर्जन से ज्यादा गांव का संपर्क कट गया है. जिलाधिकारी का कहना है ग्रामीणों की समस्या को ध्यान में रखते हुए आपदा मद से इस पुलिया को जल्द-जल्द बना दिया जाएगा.