महंगाई के साथ बेरोजगारी देश की बड़ी समस्या है। देश के नेता बेरोजगारी का मुद्दा बनाकर चुनाव तो जीत जाते है लेकिन बेरोजगारी को लेकर कुछ खास काम करते नहीं हैं। बता दें कि देश के शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर 17.3 है। देश में चालू वित्त वर्ष की दूसरीतिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान 15 से 29साल के आयु वर्ग में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर 33.9 फीसदी के साथ हिमाचल प्रदेश में रही, जबकि राजस्थान 30.2 फीसदी की दर के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
राज्यों में हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के बाद सबसे ज्यादा 29.8 फीसदी बेरोजगारी दर जम्मू-कश्मीर में रही। केरल और छत्तीसगढ़ क्रमश: चौथे-पांचवें नंबर पर हैं। यह आंकड़े राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) के लिए 22 राज्यों में किए गए श्रमबल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) में सामने आए हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में सबसे कम 7.1 फीसदी बेरोजगारी दर दर्ज की गई। दिल्ली में यह 8.4 फीसदी रही। देश के शहरी क्षेत्रों में 15-29 आयु वर्ग में कुल बेरोजगारी दर17.3 थी। वहीं, महिलाओं में यह 15.5 फीसदी दर्ज की गई है। इससे पहले की तिमाही(अप्रैल-जून) में देश में कुल बेरोजगारी दर 17.6 दर्ज की गई थी। हिमाचल प्रदेश में महिलाओं में बेरोजगारीदर 49.2 फीसदी है ,जबकि पुरुषों में 25.3 फीसदी रही।
देश के 5 सबसे ज्यादा बेरोजगार राज्यों की तो हिमाचल प्रदेश 33.9 प्रतिशत के साथ नंबर एक पर, राजस्थान 30.2 प्रतिशत के नंबर दो पर, जम्मू-कश्मीर 29.8 प्रतिशत के साथ नंबर तीन पर, केरल में 28.4 प्रतिशत के साथ नंबर चार पर और छत्तीसगढ़ 26.4 प्रतिशत के साथ नंबर पांच पर है।
वहीं, अगर हम देश के सबसे कम बेरोजगार राज्यों की बात करें तो 7.1 फीसदी के साथ गुजरात नंबर एक पर, 8.4 फिसदी के साथ दिल्ली नंबर दो पर, 12.2 के साथ कर्नाटक नंबर तीन पर, 13.7 के साथ हरियाणा नंबर चार पर और 14.6 फिसदी के साथ मध्यप्रदेश नंबर पांच पर खड़े है।