अवैध खनन घोटाले के मामले में सीबीआई की कार्रवाई का सामना कर रहीं 2008 बैच की आईएएस अधिकारी बी. चंद्रकला एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार उन्होंने सीधे मोदी सरकार से टक्कर लाने की ठान ली है. शायद तभी उन्होंने सीबीआई की कार्रवाई को ‘चुनावी छापा’ करार दिया.
सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बी. चंद्रकला ने एक गाने की पंक्तियां लिखीं, ‘रे रंगरेज़! तू रंग दे मुझको’ और अंत में लिखा, ‘चुनावी छापा तो पड़ता रहेगा, लेकिन जीवन के रंग को क्यों फीका किया जाय. आप सब से गुजारिश है कि मुसीबतें कैसी भी हों, जीवन की डोर को बेरंग ना छोड़ें।’
IAS बी चंद्रकला ने लिखा:
रे रंगरेज़ ! तू रंग दे मुझको ।।
रे रंगरेज़ तू रंग दे मुझको ,
फलक से रंग , या मुझे रंग दे जमीं से ,
रे रंगरेज़! तू रंग दे कहीं से ।।
छन-छन करती पायल से ,
जो फूटी हैं यौवन के स्वर ;
लाल से रंग मेरी होंठ की कलियाँ,
नयनों को रंग, जैसे चमके बिजुरिया,
गाल पे हो , ज्यों चाँदनी बिखरी ,
माथे पर फैली ऊषा-किरण ,
रे रंगरेज़ तू रंग दे मुझको,
यहाँ से रंग , या मुझे रंग दे, वहीं से ,
रे रंगरेज़ तू रंग दे, कहीं से ।।
कमर को रंग , जैसे , छलकी गगरिया ,
उर,,,उठी हो, जैसे चढती उमिरिया ,
अंग-अंग रंग , जैसे , आसमान पर ,
घन उमर उठी हो बन , स्वर्ण नगरिया ।।
रे रंगरेज़ ! तू रंग दे मुझको ,
सांस-सांस रंग , सांस-सांस रख ,
तुला बनी हो ज्यों , बाँके बिहरिया ,
रे रंगरेज़ ! तू रंग दे मुझको ।।
पग- रज ज्यों , गोधुली बिखरी हो ,
छन-छन करती नुपूर बजी हो ,
फाग के आग से उठती सरगम ,
ज्यों मकरंद सी महक उडी हो ।।
रे रंगरेज़ तू रंग दे मुझको ,
खुदा सा रंग , या मुझे रंग दे हमीं से ,
रे रंगरेज़ तू रंग दे , कहीं से ।।
पलक हो, जैसे बावड़ी वीणा ,
कपोल को चूमे , लट का नगीना ,
तपती जमीं सा मन को रंग दे ,
रोम – रोम तेरी चाहूँ पीना ।।
रे रंगरेज़ तू रंग दे मुझको ,
बरस-बरस मैं चाहूँ जीना ।। :: बी चंद्रकला ,,आई ए एस ।।
,,चुनावी छापा तो पडता रहेगा ,,लेकिन जीवन के रंग को क्यों फीका किया जाय ,,दोस्तों ।
आप सब से गुजारिश है कि मुसीबते कैसी भी हो , जीवन की डोर को बेरंग ना छोडे ।।
बता दें कि बी. चंद्रकला पर आरोप है कि उन्होंने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे, जबकि ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बी. चंद्रकला ने इस मामले में प्रावधानों की अनदेखी की थी। सीबीआई की इस छापेमारी पर अब चंद्रकला का शायराना जवाब सामने आया है।
चंद्रकला मूलतः तेलंगाना की रहने वाली हैं। सोशल मीडिया पर उनकी लोकप्रियता का आलम यह है कि अधिकारी तो दूर, कई मुख्यमंत्री भी उनसे पीछे हैं। फेसबुक पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और दिल्ली के मुखिया अरविंद केजरीवाल से भी ज्यादा फॉलोअर बी. चंद्रकला के हैं।