लगातार भारी बारिश की वजह से दक्षिण भारत के राज्यों में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मॉनसून से होने वाली बारिश की वजह से तेलंगाना में दर्जनों नदियां उफान पर हैं। इसी बीच नदी में बहने से आठ लोगों की जान जाने की खबर आ रही है। जिसमें छह शव बरामद कर लिए गए हैं लेकिन दो शवों का पता नहीं चल पाया है। मौसम भवन द्वारा जारी किये गए अनुमान के मुताबिक फ़िलहाल बारिश रुकने के कोई आसार नहीं हैं। राज्य में कई जगहों पर ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। यहां सबसे विकट स्थिति कोठागुडेम, मुलुगु, वारंगल, खम्मम, भूपालपल्ली और हैदराबाद जिलों की है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कहा कि कुछ लोग राज्य के मुलुगु जिले के एक दूरदराज के गांव में ग्रामीणों का एक समूह सुरक्षा के लिए एक नदी पार करने की कोशिश कर रहा था। तभी अचानक तेज बवाह आया और आठ लोग बह गए। इस हादसे में चार और लोगों को बचाया गया था, जबकि आठ लोग लापता थे। एनडीआरएफ ने शुक्रवार को छह शव बरामद किए। राज्य पुलिस महानिदेशक अंजनी कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त इलाकों से 19,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। गोदावरी के किनारे के इलाकों से 3,500 निवासियों को राहत शिविरों में भेजा गया है। राज्य में सबसे खराब स्थिति कोठागुडेम, मुलुगु, वारंगल, खम्मम, भूपालपल्ली और हैदराबाद जिलों में है।
महाराष्ट्र के पूर्वी विदर्भ में लगातार हो रही बारिश के कारण भंडारा में गोसेखुर्द बांध के सभी 33 जलद्वारों को आधा मीटर तक खोल दिया गया है। इन गेटों से तीन हजार 749।85 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। इसका असर आसपास के जिलों चंद्रपुर और गढ़चिरौली पर पड़ेगा। जिला प्रशासन ने नदी किनारे के ग्रामीणों के लिए अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश के कारण महाराष्ट्र में कई जगहों पर ऑरेंज अलर्ट घोषित कर दिया गया है। बारिश की आशंका को देखते हुए स्कूलों को बंद रखे जाएंगे।