नई दिल्ली : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28वें NHRC Foundation Day के कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये से शामिल हुए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया।
हम देखते हैं कि ऐसे ही सलेक्टिव व्यवहार करते हुए कुछ लोग मानव अधिकारों के हनन के नाम पर देश की छवि को भी नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं।
ऐसे लोगों से देश को सतर्क रहना है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/E0Q1nsj17k
— BJP (@BJP4India) October 12, 2021
NHRC के 28 वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बोले राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने 28 वर्ष में 20 लाख से अधिक मामलों का निस्तारण किया है और 205 करोड़ से अधिक का मुआवजा जिनके साथ अन्याय हुआ था उन्हें दिलाने का कार्य किया है।
महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित तमाम कानूनी कदम बीते सालों में उठाए गए: PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक ऐसे वक्त में जब पूरी दुनिया विश्व युद्ध की हिंसा में झुलस रही थी, भारत ने पूरे विश्व को ‘अधिकार और अहिंसा’ का मार्ग सुझाया। हमारे बापू को देश ही नहीं बल्कि पूरा विश्व मानवाधिकारों और मानवीय मूल्यों के प्रतीक के रूप में देखता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ,हमने सदियों तक अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया
आगे उन्होंने कहा कि भारत के लिए मानवाधिकारों की प्रेरणा का, मानवाधिकार के मूल्यों का बहुत बड़ा स्रोत आज़ादी के लिए हमारा आंदोलन, हमारा इतिहास है। हमने सदियों तक अपने अधिकारों के लिए संघर्ष किया। एक राष्ट्र के रूप में, एक समाज के रूप में अन्याय-अत्याचार का प्रतिरोध किया।
बीते वर्षों में देश ने अलग-अलग वर्गों में, अलग-अलग स्तर पर हो रहे Injustice को भी दूर करने का प्रयास किया है।
दशकों से मुस्लिम महिलाएं तीन तलाक के खिलाफ कानून की मांग कर रही थीं।
हमने ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून बनाकर, मुस्लिम महिलाओं को नया अधिकार दिया है।
– पीएम @narendramodi pic.twitter.com/U4QvhgXEir
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प्रधानमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि जो गरीब कभी शौच के लिए खुले में जाने को मजबूर था, उस गरीब को जब शौचालय मिलता है, तो उसे Dignity भी मिलती है। जो गरीब कभी बैंक के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था उस गरीब का जब जनधन खाता खुलता है, तो उसमें हौसला आता है, उसकी Dignity बढ़ती है।