आगामी लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए को हराने के मकसद से विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बना तो लिया लेकिन, कई मौकों पर उनके बीच की तकरार खुल कर सामने आ जाती है। कुछ दिन पहले ही आप पार्टी की एक नेता ने अरविंद केजरीवाल को विपक्ष की और से प्रधानमंत्री पद के सबसे सुयोग्य उम्मीदवार बता दिया था, तो जदयू के एक नेता ने भी बिहार के सीएम नितीश कुमार को राष्ट्रीय नेता बताते हुए उन्हें मुख्य दावेदार बता दिया। इस पर जब विवाद होना शुरू हुआ तो दोनों पार्टी की ओर से स्पष्टीकरण आया। अब विपक्षी गठबंधन को फिर से तगड़ा झटका लगा है। इंडिया गठबंधन में शामिल भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी CPI(M) ने बंगाल और केरल में गठबंधन के खिलाफ फैसला करके बगावत का ऐलान कर दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक CPI(M) ने पश्चिम बंगाल में अपने मुख्य विपक्षी दल TMC और केरल में कांग्रेस से अलग रहने का फैसला किया है।
पिछले सप्ताह भारत समन्वय समिति की बैठक में भी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) शामिल नहीं हुई थी। सीताराम येचुरी इस पार्टी के वर्तमान सेक्रेटरी जनरल हैं। यह फैसला उन्हीं के कहने पर लिया गया होगा। इस फैसले से बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि वो पहले ही वामपंथी दल के नेताओं से साथ मंच साझा करने में असहज होने बात कह चुकी हैं। लेकिन केरल में कांग्रेस का CPI(M) के इस निर्णय पर क्या रवैया सामने आता है, ये देखने वाली बात होगी।