भारत और कनाडा के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को भारत ने पांच दिनों के अंदर कनाडा के हाई कमीश्नरों को देश छोड़ने की बात कही है। इसी बीच कनाडा ने अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। कनाडा ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि कनाडाई नागरिक जम्मू कश्मीर के दौर पर नहीं जाएं। कनाडाई सरकार ने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है। एडवाइजरी में कहा, ”जम्मू कश्मीर न जाएं क्योंकि यहां आतंकवाद, उग्रवाद, नागरिक अशांति और अपहरण का खतरा है।”
बता दें कि सोमवार को कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने संसद में भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में साजिश का आरोप लगया था। इसके बाद कनाडा की विदेश मंत्री ने भारत के एक वरिष्ठ देश से निकाल दिया था। इसके जवाब में मंगलवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने कनाडा के हाई कमिश्नर के साथ एक मीटिंग की और पांच दिनों के अंदर देश छोड़ने का निर्देश दे दिया।
विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, ”भारत कनाडा के आरोपों को खारिज करता है। हमने उनकी संसद में कनाडा के प्रधानमंत्री के बयान को देखा है और उनके विदेश मंत्री के बयान को भी खारिज किया है। कनाडा में हिंसा के किसी भी कृत्य में भारत सरकार की भागीदारी के आरोप बेतुके और प्रेरित हैं… बयान में आगे कहा गया, ”हम कानून के शासन के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता वाली एक लोकतांत्रिक राजनीति हैं।”
गौरतलब है कि 18 जून को कनाडा के Surrey में हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। निज्जर कनाडा में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) और खालिस्तानी टाइगर फोर्स(KTF) का प्रमुख था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने खालिस्तानी आतंकी निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम रखा था।