श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों द्वारा तीन 3 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद से पूरे देश में आक्रोश फैला हुआ है. जम्मू-कश्मीर पुलिस महकमे में भी हड़कंप मच गया है. खबर है कि अपने तीन सहयोगियों का अपहरण और हत्या कर दिए जाने से गुस्साए तीन पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर शुक्रवार को अपने इस्तीफे की घोषणा की है.
हालांकि गृह मंत्रालय ने इसे खारिज किया है कि, गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के हवाले से कहा है कि यह रिपोर्ट गलत और प्रायोजित हैं. इस तरह की रिपोर्ट कुछ शरारती तत्वों द्वारा गलत प्रॉपेगैंडा पर आधारित हैं.
गृह मंत्रालय ने कहा, ‘यहां 30 हजार से ज्यादा एसपीओ तैनात हैं, जिनकी सेवाएं समय-समय पर रिव्यू की जाती है, लेकिन कुछ शरारती तत्व यह फैला रहे हैं कि जिन लोगों का कार्यकाल प्रशासनिक कारणों से नहीं बढ़ाया गया उन्होंने इस्तीफा दे दिया है.’
There are over 30000 SPOs and their services are reviewed from time to time. Some mischievous elements are trying to project that those SPOs whose services are not renewed due to administrative reasons, have resigned: Ministry of Home Affairs
— ANI (@ANI) September 21, 2018
आतंकवादी लगातार पुलिसकर्मियों को, खासकर विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) को नौकरी छोड़ने के लिए कहते रहे हैं और ऐसा न करने पर परिणाम भुगतने की धमकी देते रहे हैं. एक हालिया बयान में हिजबुल मुजाहिदीन ने तमाम एसपीओ से इस्तीफा देने और सबूत के तौर पर इस्तीफे की प्रति घर पर रखने के लिए कहा था. जम्मू-कश्मीर के 22 जिलों में 36,000 एसपीओ हैं.