जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हो गए। आतंकियों के खिलाफ सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। कुलगाम जिले के हलान वन क्षेत्र के ऊंचे इलाकों में आतंकियों के होने की सूचना पर सेना ने सर्च अभियान चलाया था, जिसमें कुलगाम पुलिस भी शामिल थी। अभियान के दौरान शुक्रवार (4 अगस्त) शाम को आतंकियों से जवानों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 3 जवान घायल हुए थे।
घायल जवानों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था, जहां देर रात उनकी मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार कुलगाम के के हलाण वन क्षेत्र के ऊंचे इलाकों में मुठभेड़ जारी है। सेना और कुलगाम पुलिस ऑपरेशन को अंजाम दे रही है। भारतीय जवानों को यहां कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान ही आतंकियों ने खुद को घिरता देख गोलीबारी शुरू कर दी। जिसके बाद भारतीय जवान भी जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं
कुलगाम में शुरू हुए एनकाउंटर की सूचना सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के वरीय अधिकारियों को दे दी गई है। जिसके बाद सीनियर ऑफिसर भी मामले पर नजर बनाए हुए हैं। इससे पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शुक्रवार को श्रीनगर के नातिपोरा इलाके में लश्कर-ए-तैयबा की शाखा, प्रतिबंधित आतंकी संगठन टीआरएफ से जुड़े तीन आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
पुलिस ने बताया कि विशिष्ट खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए श्रीनगर पुलिस की एक छोटी टीम ने हरनबल नातिपोरा में स्थापित चेकपॉइंट पर प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन टीआरएफ से जुड़े तीन आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आतंकी सहयोगियों की पहचान बारामूला के बुलबुल बाग निवासी इमरान अहमद नजर, श्रीनगर के कमरवाड़ी निवासी वसीम अहमद मट्टा और पजलपोरा बिजबेहरा निवासी वकील अहमद भट्ट के रूप में हुई है।
पुलिस ने कहा कि उनसे 3 हथगोले, 10 पिस्तौल राउंड, 25 एके-47 राउंड और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है। पुलिस ने कहा कि वकील अहमद भट्ट पहले प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसजेके से जुड़ा एक सक्रिय आतंकवादी था और दो साल तक जेल में बंद था। वह हाल ही में केंद्रीय जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।
शुरुआती जांच के दौरान यह सामने आया कि तीनों ने श्रीनगर शहर में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए टीआरएफ के सक्रिय आतंकवादियों से विस्फोटक पदार्थ और गोला-बारूद एकत्र किया था। इनकी गिरफ्तारी से आतंकी खतरा टल गया। अब देखना है कि कुलगाम में जारी एनकाउंटर से आगे क्या जानकारी निकल कर सामने आती है। अभी इस एनकाउंटर के बारे में विस्तृत जानकारी का इंतजार है।