लखनऊ : कमलेश तिवारी हत्याकांड की साज़िश रचाने के आरोपी गुजरात से लखनऊ लाए। दोनों को सोमवार की सुबह फ्लाइट से लखनऊ लाया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस उन्हें हवाई जहाज से लेकर आयी, जिसका समय मीडिया से बचने के लिए बार -बार बदला गया। अब पुलिस इन्हें कोर्ट में पेश करेगी, वहीं, यूपी पुलिस ने फरार चल रहे दो मुख्य आरोपियों अशफाक और मेईनुद्दीन ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।
आपको बता दें कि हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की निर्मम हत्या राजधानी में उनके आवास पर शुक्रवार को की गयी थी। पुलिस ने जो खुलासा अब तक किया है उसके मुताबिक़ ह्त्या की साजिश गुजरात में रची गई थी। इलेक्ट्रानिक सर्विलांस की मदद से यूपी पुलिस और गुजरात एटीएस ने गुजरात के सूरत से तीन लोगों को गिरफ्तार कर इसका दावा किया है।
यूपी पुलिस के महानिदेशक ओपी सिंह ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेस में यह जानकारी दी। डीजीपी ने बताया कि इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता रशीद पठान, कमलेश के कत्ल को वाजिब बताने वाला मौलाना मोहसिन शेख और 16 अक्तूबर को गुजरात के सूरत में एक दूकान से मिठाई खरीदने वाले फैजान को गिरफ्तार कर लिया गयाहै।
उधर हत्या करने वाले दोनों युवकों का अभी तक कोई सुराग नहीं है, हालांकि रविवार को लखनऊ के एक होटल से उनके कौन में साणे कपडे व कुछ अन्य सामान बरामद किया गया है। फरार युवकों को गिरफ्तार करने के लिए अलग अलग टीमें बनाई गई हैं। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया था कि कमलेश की हत्या 2015 पैगंबर साहब को लेकर दिए गए विवादित बयान की वजह से की गई है। ह्त्या की पूरी योजना रशीद पठान नाम के व्यक्ति ने बनाई थी, जो दुबई में काम करता था। ह्त्या के मोहसिन ने 2015 में कमलेश द्वारा पैगम्बर मोहम्मद के बारे में दिए गए विवादित बयान को दिखा कर प्रेरित किया। फैजान ने वह मिठाई खरीदी थी, जिसे लेकर हत्यारे कमलेश तिवारी से मिलने लखनऊ आए थे। एक हत्यारोपी फर्जी पहचान के साथ फेसबुक पर कमलेश तिवारी के संपर्क में। उसी ने बाद में फोन नंबर लेकर तिवारी से निकटता बढ़ाई और फिर 18 अक्टूबर को मुलाक़ात के बहाने हत्याकांड को अंजाम दे दिया।