PM talks to Kartavya Path workers:देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वृहस्पतिवार यानी (08 सितंबर) को सेंट्रल विस्टा के राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट के मध्य के मार्ग कर्तव्य पथ का अभिमुखीकरण किया। इसे पूर्व नरेंद्र मोदी ने कहा कि ‘कर्तव्य पथ’ को बनाने वाले श्रमजीवियों से भेट और वृहद वार्ता की। मजदूरों से बात करने से पूर्व प्रधानमंत्री ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति का अनावरण किया। गौरतलब है कि राजपथ का नाम परिवर्तित कर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया गया।
पीएम मोदी ने श्रमजीवियों से की मुलाकात
नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में भी श्रमजीवियों के बारे में बातचीत की। पीएम ने कहा कि नए भारत में आज श्रम और श्रमजीवियों के सम्मान की एक संस्कृति स्थापित हो गई है, एक परंपरा पुनरुद्धार हो रहा है। जब नीतियों में संवेदनशीलता आती है, तो फैसले भी उतने ही संवेदनशील होते चले जाते हैं, इसलिए हिंदुस्तान अब अपनी श्रम शक्ति पर गर्व महसूस कर रहा है। आज के इस मौके पर, मैं अपने उन श्रमजीवियों का विशेष आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने कर्तव्यपथ को मात्र बनाया ही नहीं है, बल्कि अपने श्रम की पराकाष्ठा से भारत को कर्तव्य पथ दिखाया भी है।
एनडीएमसी ने पारित किया प्रताव
कर्तव्य पथ को केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी सेंट्रल विस्टा रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत पुनः निर्माण किया गया है। आपको बता दें कि नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने आवास एवं शहरी विषयों के मंत्रालय से मिले एक प्रस्ताव को पास कर राजपथ का नाम परिवर्तित कर कर्तव्य पथ कर दिया। अब इंडिया गेट पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की मूर्ति से लेकर राष्ट्रपति भवन तक पूरे क्षेत्र को कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा। सरकार के अनुसार, पहले राजपथ सत्ता का सूचक था और उसे कर्तव्य पथ का नाम दिया जाना परिवर्तन का परिचायक है और यह सार्वजनिक मालिकाना तथा एकजुटता का एक उदाहरण भी है।