रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम में अगले साल तीर्थयात्रियों को दर्शन के लिए गोल चबूतरे से बांयी तरफ मुडऩा होगा. इसी नए रास्ते से मंदिर प्रवेश के लिए भक्तों की लाइन लगेगी. प्रशासन इस नए रास्ते पर जोर-शोर से कार्य कर रहा है ताकि केदारपुरी में बर्फ जमने से पहले रास्ते का अधिकतम कार्य पूरा हो सके. केदारनाथ धाम में 2019 की यात्रा शुरू होते ही यात्रियों को मंदिर में प्रवेश के लिए नए रास्ते से जाना होगा. मंदिर परिसर में वापस आने के लिए यात्रियों को मुख्य मार्ग से ही आवाजाही करनी होगी. मंदिर में दर्शनों के लिए किसी तरह की परेशानी न हो, इसका ध्यान रखते हुए यह प्रयास किया जा रहा है.
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तीर्थयात्री जैसे ही केदारनाथ बेस कैंप से आगे होकर पुल पार करेगा उसे गोल चबूतरे से पहले ही बांयी तरफ मुडकर मंदिर की ओर जाना पड़ेगा. करीब 70 फीट चौड़े और 200 मीटर लम्बा रास्ता सीधे मंदिर के दक्षिण द्वार की ओर मिलेगा. यहां पहुंचते ही यात्रा मंदिर के लिए लगी लाइन में मिल जाएगा. जबकि वापसी के लिए सीधे आगे 50 फीट चौड़े रास्ते से होकर गुजरना पड़ेगा. एसडीएम जीएस चौहान ने बताया कि इस मार्ग का काम तेजी से चल रहा है. केदारनाथ में तीर्थयात्रियों को लाइन में खड़े होते हुए ठंड, बारिश और बर्फ से बचाने के लिए रेन सेल्टर बनाए जाएंगे. वर्तमान रास्ते में यदि रेन सेल्टर बने तो मंदिर की सुंदरता प्रभावित हो सकती है.
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इसलिए प्रशासन का प्रयास है कि मंदाकिनी की ओर से जो रास्ता बन रहा है उसके ऊपर रेन शेल्टर बनाए जाएं. जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि 2019 की यात्रा में प्रशासन तीर्थयात्रियों को मंदाकिनी की तरफ नए रास्ते से मंदिर में प्रवेश कराएगी. जबकि वापसी के लिए मंदिर के सामने वाला रास्ता रहेगा. रास्ते का निर्माण चल रहा है प्रयास है कि जल्द रेन सेल्टर भी बनाएं जाएंगे ताकि अगली यात्रा में तीर्थयात्री बेहतर ढंग से दर्शन कर सकें.