तुर्की के एक अभियोजक ने मांग की है कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी अरब के वली अहद मोहम्मद बिन सलमान के करीबी दो सऊदी नागरिकों के खिलाफ वारंट जारी किया जाये. तुर्की में जांच से जुड़े करीबी सूत्र ने बुधवार को यह जानकारी दी.
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बता दें कि इस मामले में सऊदी अरब ने 11 लोगों पर आरोप लगाया है लेकिन इस बात से इंकार कर दिया है कि इसमें प्रिंस सलमान भी शामिल थे. सीनेट कमिटि के सदस्यों ने मंगलवार को CIA निदेशक जीना गैस्पेल की ओर से ब्रीफिंग के बाद विदेशी संबंधों पर अपने विचार रखे.
न्यूजर्सी से डेमोक्रेट सीनेटर बॉब मेनेनदेज ने कहा कि अमेरिका को ‘स्पष्ट और साफ संदेश देना चाहिए कि ऐसे कार्यों को वैश्विक मंच पर स्वीकारा नहीं जाएगा.’ एक अन्य सीनेटर बॉब क्रोकर ने कहा, ‘मेरे दिमाग में कोई सवाल नहीं है कि क्राउन प्रिंस ने हत्या का आदेश दिया. एक अन्य सीनेटर ने कहा, ‘अगर वह ज्यूरी के सामने होते तो 30 मिनट में अपराधी घोषित हो चुके होते. सीनेटर एक प्रस्ताव पर वोट डालने की योजना बना रहे हैं जिसके तहत यमन में सऊदी नेतृत्व वाली गठबंधन की लड़ाई में अमेरिका सैन्य सहायता वापस लेगा.
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सीनेटर क्रिस मर्फी ने ट्रंप प्रशासन की निंदा की. उन्होंने कहा कि ‘हर चीज को गुप्त रखने की आवश्यकता नहीं है, अगर हमारी सरकार जानती है कि सऊदी के नेता अमेरिकी नागरिक (खशोगी) की हत्या में शामिल थे तो जनता ये क्यों नहीं जान सकती?’ ऐसा करने के पीछे सीनेटरों का केवल एक ही उद्देश्य था. वह व्हाइट हाउस पर दवाब बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह भी सऊद प्रिंस की इस हत्या में भागीदारी का विरोध करे. वह चाहते हैं कि सऊदी पर अमेरिका प्रतिबंध लगाए.