मणिपुर हिंसा के मामले में मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में बहस जारी है। सोमवर दोपहर 12 बजे से शुरू हुई बहस से सदन का माहौल गरम है। इस बहस पर पूरे देश की निगाहें टिकी है। सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्य एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं। कांग्रेस का कहना है कि इस अविश्वास प्रस्ताव को लाने का उद्देश्य मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी का मौनव्रत तोड़ना है। दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि इस अविश्वास प्रस्ताव का एजेंडा बेटे को सेट करना और दामाद को भेंट देना है। इस बहस में अब से थोड़ी देर पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने विपक्ष के सवालों का जवाब दिया। अपने जवाब में विपक्षी दलों पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि काम भारत विरोधी करेंगे और नाम रखेंगे INDIA।
Nothing will happen by naming the alliance I.N.D.I.A when you are actually working against India, says Union Minister & BJP leader Kiren Rijiju during no-confidence motion debate in Lok Sabha. pic.twitter.com/xyR0kDVR1N
— ANI (@ANI) August 8, 2023
सोमवार दोपहर बाद अविश्वास प्रस्ताव के बहस में भाग लेते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि जब अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो कोई कारण होता है। अक्सर यह तब लाया जाता है जब देश में राजनीतिक हालत अस्थिर हो। सरकार कमजोर स्थिति में हो, उस समय यह अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है। लेकिन कांग्रेस यह बिल्कुल गलत समय पर लाई है।
किरेन रिजीजू ने आगे कहा कि सरकार मजबूत स्थिति में है। पूरी दुनिया में भारत की तारीफ हो रही है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज हम सभी इस पुरानी संसद में आखिरी बार किसी अविश्वास प्रस्ताव को गिरते हुए देखेंगे। किरेन रिजीजू ने आगे कहा कि मैं 2004 से इस सदन का सदस्य हूं। एक दौर वो भी था जब यही कांग्रेस पार्टी TMC नेता ममता बनर्जी को ढंग से बोलने भी नहीं देते थे।
कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए किरेन रिजीजू ने कहा कि यही वो कांग्रेस है जो नॉर्थ ईस्ट के सांसदों को संसद में बोलने तक नहीं देते थे। हम छोटी पार्टी थे तो हमें बोलने का वक्त तक नहीं दिया जाता था। पूर्वोत्तर राज्य को यह कांग्रेस भारत का हिस्सा तक नहीं मानती थी। किरेन रिजीजू ने कहा कि ये लोग भारत विरोधी काम करेंगे और अपने गठबंधन का नाम ‘INDIA’ रख लेंगे।