नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। इस वक्त वैश्विक महामारी कोरोना के कहर से दुनिया के 200 से भी ज्यादा देश जूझ रहे हैं, लेकिन इनमें कुछ देश ऐसे में भी हैं, जो वायरस के खतरे को जड़ से खत्म करने में कामयाब रहे हैं। इन देशों में दक्षिण कोरिया, ताइवान और सिंगापुर का नाम शामिल हैं। अब आप भी सोच रहे होंगे कि इन देशों ने ऐसा क्या कर दिया, जिससे कोरोना पर काबू पाया जा सका। तो इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं और दुनिया के अन्य देश इससे सीख भी ले सकते हैं।
दक्षिण कोरिया की कोविड-19 के खिलाफ रणनीति
कोरोना के फैलते संक्रमण पर काबू पाने की लिस्ट में सबसे ऊपर दक्षिण कोरिया का नाम है। ये वो देश है, जहां कोरोना के खतरे को लेकर लॉकडाउन की स्थिति पैदा नहीं हुई। इसके पीछे का कारण हैं कोविड-19 के खिलाफ दक्षिण कोरिया की रणनीति। इस देश ने बिना लॉकडाउन किए कोरोना के खिलाफ जंग में जीत हासिल कर ली है। इसके लिए यहां की सरकार ने चार बेहतरीन तरीकों का इस्तेमाल किया है और वो हैं इंवेस्टिगेशन, जोखिम का मूल्यांकन, संपर्क वर्गीकरण और कॉन्टेक्ट मैनेजमेंट।
इंवेस्टिगेशन: इसके तरह संक्रमित मरीजों के बारे में पूरी जानकारी जुटाई गई। मेडिकल हिस्ट्री खंगालने से लेकर डॉक्टरों से मरीजों को लेकर सुझाव और परिवार से जुड़ी पूरी जानकारी आदि पर काम किया गया।
जोखिम का मूल्यांकन: यानी जो जानकारी हासिल हुई है, उसे वेरिफाई किया गया। मेडिकल रिकॉर्ड को क्रॉस चेक किया गया। फोन लोकेशन ट्रैकिंग से लेकर कार्ड ट्रांजैक्शन का पता लगाया गया।
संपर्क वर्गीकरण: मरीजों के करीबियों से जानकारी जुटाई गई। दोस्तों व रिश्तेदारों के बारे में पूछा गया। कहीं कोई पुरानी बीमारी तो नहीं, उसकी भी जानकारी ली गई।
कॉन्टैक्ट मैनेजमेंट: मरीज के संपर्क में आए लोगों को क्वारंटाइन किया गया। उनके कहीं भी आने-जाने पर रोक लगा दी गई।
सिंगापुर ने ऐसे दी कोविड-19 को मात
कोरोना को रोकने के लिए सिंगापुर ने समय रहते ही अंतरराष्ट्रीय यात्राओं पर बैन लगा दिया। बता दें कि चीन के वुहान से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस ने सबसे पहले सिंगापुर में ही दस्तक दी थी, लेकिन वहां की सरकार पहले से ही महामारी को लेकर सतर्क थी और उसने इससे निपटने के लिए जबरदस्त तैयारियां कर रखी थीं। यहां 80 फीसदी कोरोना के मामले बाहर से आए लोगों के कारण ही फैले थे, जिसे एक हफ्ते के अंदर वहां की सरकार ने शून्य में बदल दिया।
सिंगापुर के चार बड़े फैसले ने कोरोना को हराया
लॉकडाउन, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, मास्क पर जोर और सबसे बड़ा ट्रैवल बैन।
चीन के अलावा इटली, स्पेन सहित 9 देशोंके लोगों पर रोक लगाई गई। वहीं सीसीटीवी कैमरों के मदद से बाहर से आए लोगों को ट्रैस किया गया और उनका टेस्ट कराया गया।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग से मिले संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों को भी पता लगाया गया।
यहां की सरकार ट्रेस टुगेदर एप लेकर आई, जिससे ये पता लगता है कि आप संक्रमित से मिले हैं या नहीं।
ताइवान ने क्या किया
चीन के पड़ोसी ताइवान को कोरोना से सबसे ज्यादा खतरा था, लेकिन इसके बावजूद उसने समय बिना लॉकडाउन किए कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोक लिया।
इसे रोकने के लिए ताइवान ने 100 से ज्यादा तरीकों पर काम किया, इनमें चार प्रमुख हैं।
दूसरे देश से आए सभी लोगों के टेस्ट कराया, ट्रैवल और हेल्थ डेटा जुटाया। उन सभी का भी टेस्ट कराया, जिन्हें हाल फिलहाल में फ्लू था।
क्वारंटाइन किए गए सभी लोगों को निगरानी की गई। सीडीसी ने द्वारा रियल टाइम डाटा मॉनिटर किया गया।
मास्क पहनने पर जोर दिया। इसके लिए हर रोज 2.3 करोड़ आबादी के लिए के लिए एक करोड़ मास्क बनाए गए। कालाबाजारी पर सख्त रुख अपनाया गया।
फेक न्यूज पर लगाम कसी गई। फेक न्यूज फैलाने वालों पर 76 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।