उदित राज ने कहा- बाढ़ पीड़ितों के लिए मंदिरों की संपत्ति बेच दो, कुमार विश्वास भड़के

नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी के सांसद डॉ.उदित राज के एक ट्वीट से सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई है. बुधवार को आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने भी उदित राज के उस ट्वीट का रोष प्रकट किया है. विश्वास ने कहा कि, आरक्षण के दम पर सफलता पाने वाले उदित राज को अब मंदिर भी खटकने लगे हैं.

कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, ‘आरक्षण से IRS बने,आरक्षित सीट से सांसद बने, बीजेपी सांसद जी यदि साढ़े 4 साल मौज लेने के बाद 70 वर्ष में आप का जरा सा भी विकास हो गया हो तो इस अचानक प्राप्त ज्ञान का उपयोग करते हुए आज ही अपनी पीढ़ियों को मिल रही आरक्षण की सुविधा अपने अन्य बंधुओं के लिए छोड़ दीजिए.मंदिर खटकने लगे अब?’

इससे पहले बीजेपी सांसद ने लिखा था, ‘केरल के पद्मनाभ,सबरीमाल और गुरुवायुर मंदिरों के सोने और सम्पत्ति को बेच दिया जाए तो बाढ़ की मार से निकलने के लिए 21 हज़ार करोड़ से पांच गुणा ज़्यादा है. जनता को सड़कों पर निकले मांग करनी चाहिए. मंदिरों में पड़ी हुई सम्पत्ति किस काम की है?’

उदित राज के इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें लानत भेजना शुरू कर दिया. लोग झल्लाते हुए सांसद को टैग कर पूछने लगे, “आप मस्जिदों और गिरजाघरों की संपत्तियों के बारे में भी अपने विचार साझा करें.” वहीं, कुछ ने उन्हें हिंदू विरोधी बताते हिदायत दे डाली कि सांसद अपनी जमीन-जायदाद भारतीय सेना के कोष में दे दें.

जेएस पांडेय ने लिखा, ‘सर,आपके इस विचार से हम सहमत हो जाते अगर आप इसमें वेलानकन्नी चर्च, अजमेर दरगाह और ऐसे ही अनेक अकूत सम्पत्ति वाले अन्य धर्मस्थलों का नाम जोड़ देते… पर उसके लिये असली “दम” चाहिये, दम है तो एक संसोधित ट्वीट करके सारे धर्मस्थलों की सम्पत्ति की बात करिये’.

वहीं वकील प्रशांत पटेल ने लिखा, ‘भारत में रेलवे के बाद सबसे अधिक जमीन चर्च के पास है, क्यों न आपके वास्तविक मजहब की जमीन नीलाम करके बाढ़ पीड़ितों की मदद की जाए @Dr_Uditraj जी. वैसे आप पति-पत्नी दोनों IRS होते हुए सुरक्षित सीट और बच्चों के लिए आरक्षण नहीं छोड़ा लेकिन मंदिर की सम्पति की बात करते हुए शर्म नहीं आई.’

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