नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी के सांसद डॉ.उदित राज के एक ट्वीट से सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई है. बुधवार को आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और कवि कुमार विश्वास ने भी उदित राज के उस ट्वीट का रोष प्रकट किया है. विश्वास ने कहा कि, आरक्षण के दम पर सफलता पाने वाले उदित राज को अब मंदिर भी खटकने लगे हैं.
कुमार विश्वास ने ट्वीट किया, ‘आरक्षण से IRS बने,आरक्षित सीट से सांसद बने, बीजेपी सांसद जी यदि साढ़े 4 साल मौज लेने के बाद 70 वर्ष में आप का जरा सा भी विकास हो गया हो तो इस अचानक प्राप्त ज्ञान का उपयोग करते हुए आज ही अपनी पीढ़ियों को मिल रही आरक्षण की सुविधा अपने अन्य बंधुओं के लिए छोड़ दीजिए.मंदिर खटकने लगे अब?’
आरक्षण से IRS बने,आरक्षित सीट से सांसद बने,BJP सांसद जी यदि साढ़े 4 साल मौज लेने के बाद 70 वर्ष में आप का जरा सा भी विकास हो गया हो तो इस अचानक प्राप्त ज्ञान का उपयोग करते हुए आज ही अपनी पीढ़ियों को मिल रही आरक्षण की सुविधा अपने अन्य बंधुओं के लिए छोड़ दीजिए.मंदिर खटकने लगे अब?? https://t.co/3y6WzgyUsy
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 12, 2018
इससे पहले बीजेपी सांसद ने लिखा था, ‘केरल के पद्मनाभ,सबरीमाल और गुरुवायुर मंदिरों के सोने और सम्पत्ति को बेच दिया जाए तो बाढ़ की मार से निकलने के लिए 21 हज़ार करोड़ से पांच गुणा ज़्यादा है. जनता को सड़कों पर निकले मांग करनी चाहिए. मंदिरों में पड़ी हुई सम्पत्ति किस काम की है?’
केरल के पद्मनाभ,सबरीमाल और गुरुवायुर मंदिरों के सोने और सम्पत्ति को बेच दिया जाए तो बाढ़ की मार से निकलने के लिए 21 हज़ार करोड़ से पाँच गुणा ज़्यादा है । जनता को सड़कों पर निकल करके माँग करनी चाहिए । मंदिरों में पड़ी हुई सम्पत्ति किस काम की है ?
— Dr. Udit Raj, MP (@Dr_Uditraj) September 11, 2018
उदित राज के इस बयान पर सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें लानत भेजना शुरू कर दिया. लोग झल्लाते हुए सांसद को टैग कर पूछने लगे, “आप मस्जिदों और गिरजाघरों की संपत्तियों के बारे में भी अपने विचार साझा करें.” वहीं, कुछ ने उन्हें हिंदू विरोधी बताते हिदायत दे डाली कि सांसद अपनी जमीन-जायदाद भारतीय सेना के कोष में दे दें.
मस्जिदों की संपत्ति के बारे में भी अपने विचार व्यक्त करें ।
— Jagmohan Pushkarna (@JPushkarna) September 11, 2018
जेएस पांडेय ने लिखा, ‘सर,आपके इस विचार से हम सहमत हो जाते अगर आप इसमें वेलानकन्नी चर्च, अजमेर दरगाह और ऐसे ही अनेक अकूत सम्पत्ति वाले अन्य धर्मस्थलों का नाम जोड़ देते… पर उसके लिये असली “दम” चाहिये, दम है तो एक संसोधित ट्वीट करके सारे धर्मस्थलों की सम्पत्ति की बात करिये’.
Sir,आपके इस विचार से हम सहमत हो जाते अगर आप इसमें वेलानकन्नी चर्च,अजमेर दरगाह और ऐसे ही अनेक अकूत सम्पत्ति वाले अन्य धर्मस्थलों का नाम जोङ देते..पर उसके लिये असली वाली “दम” चाहिये,दम है तो एक संसोधित ट्वीट करके सारे धर्मस्थलों की सम्पत्ति की बात करियेhttps://t.co/ddyTgsdimi
— jspandey (@jspandey_) September 12, 2018
वहीं वकील प्रशांत पटेल ने लिखा, ‘भारत में रेलवे के बाद सबसे अधिक जमीन चर्च के पास है, क्यों न आपके वास्तविक मजहब की जमीन नीलाम करके बाढ़ पीड़ितों की मदद की जाए @Dr_Uditraj जी. वैसे आप पति-पत्नी दोनों IRS होते हुए सुरक्षित सीट और बच्चों के लिए आरक्षण नहीं छोड़ा लेकिन मंदिर की सम्पति की बात करते हुए शर्म नहीं आई.’
इनकी सोच सिर्फ़ “हिंदुत्व”,हिंदुओं के देवी देवताओं,और देव-स्थलों को अपमानित करने तक ही सीमित है। पता नहीं @BJP4India इन @Dr_Uditraj को क्यों पार्टी में बनाए रखी है? @AmitShah @narendramodi plz acknowledge, your bjp MP @Dr_Uditraj ..!!!https://t.co/WOu0jOfdUD
— Anil Kumar Shukla (@anilshukla_1986) September 11, 2018
उदित जी यह वो संपति है जो देश के अस्तित्व पर संकट के समय काम आयेगी। हर चीज बेच दो का सिद्धांत एक बहुत ही छोटी मानसिकता का प्रतीक है। जयहिन्द।
— ramram (@ramram32979027) September 12, 2018