पहले शाही स्नान के साथ प्रयागराज में शुरू हुआ कुंभ, संतों-श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
प्रयागराज में मंगलवार से कुंभ मेला शुरु हो गया है. ये 4 मार्च तक चलेगा. ऐसे में इस दौरान यहां 49 दिनों में लगभग 13 से 15 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है. वहीं इसमें से 10 लाख विदेशी नागरिक हो सकते हैं. इस बार का कुंभ दिव्य और भव्य है. साथ ही इस बार का कुंभ बाकी सालों की अपेक्षा अलग है. चलिए जानते हैं क्या हैं इस बार के कुंभ मेले की खासियत.
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ये है खासियत
संतों-श्रद्धालुओं ने किया पहला शाही स्नान.
शाही स्नान का समय सुबह लगभग 5:30 बजे से शुरु हुआ और ये शाम 4:30 बजे तक चलेगा.
तीर्थयात्रियों को ठहराने के लिए गंगा नदी के किनारे 3,200 एकड़ की एक मिनी सिटी स्थापित की गई है.
आयोजन में राज्य सरकार की 20 और केंद्र सरकार की 6 संस्थाएं और विभाग लगे हैं
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कुंभ में पहली बार 2 इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड एंड सेंटर स्थापित किए गए हैं.
मेले में 50 करोड़ की लागत से कुल 4 टेंट सिटी- कल्प वृक्ष, कुंभ कैनवास, वैदिक टेंट सिटी, इन्द्रप्रस्थम सिटी बसाई गई हैं.
4 टेंट सिटी से सजा है कुंभ, 4300 करोड़ का खर्च.
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कल्प वृक्ष, कुंभ कैनवास, वैदिक टेंट सिटी, इन्द्रप्रस्थम सिटी बसाई गई हैं
45 वर्ग किलोमीटर में कुंभ मेला
600 रसोईघर, 48 मिल्क बूथ बनाए गए हैं.
200 एटीएम, 40 हजार एलईडी और 800 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं.