rajnath singh statement on china: देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार यानी 17 दिसंबर को कहा कि गलवान घाटी संघर्ष और अरुणाचल प्रदेश के तवांग इलाके में हालिया झड़ के दौरान भारतीय जवानों ने जो बहादुरी और साहस दिखाया है, वह प्रशंसनीय है. उन्होंने कहा कि इसके लिए उनकी जितनी भी तारीफ की जाए, कम है. इसके साथ ही रक्षा मंत्री ने चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि हमारा टारगेट सुपर पावर बनना है, लेकिन इसके लिए हम किसी दूसरे की भूमि पर अतिक्रमण नहीं करेंगे. राजनाथ सिंह ने यह बयान चीन की विस्तारवादी नीति पर दिया है
हम भारत की संस्कृति में विश्वास रखते हैं
केंद्रीय रक्षामंत्री ने कहा कि हम भारत की संस्कृति में विश्वास करते हैं. वसुधैव कुटुंबकम् का संदेश हिंदुस्तान ने पूरे विश्व की एकजुटता के लिए दिया है. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान निराशा से पूरी तरह उबर चुका है, जो 2013 तक छाई हुई थी और दुनिया के लिए आशा की किरण बनकर उभरा है.
1949 में भारत से कम थी चीन की अर्थव्यवस्था
केंद्रीय मंत्री ने भारत-चीन अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि 1949 में जब चीन में आंदोलन हुआ तब उनकी जीडीपी भारत से कम थी. उन्होंने कहा कि 1980 तक भारत और चीन साथ में कदमताल करते रहे थे. 80 के दशक के बाद चीन ने इकोनॉमी को बेहतर करने के लिए कई इकोनॉमिक रिफॉर्म किए और लंबी छलांग लगाई. इसके बाद उसने कई देशों को आर्थिक सुधारों के मसले में पछाड़ दिया.
In 1949, China's GDP was lower than that of India. Until 1980, India was not even in the list of top 10 economies… In 2014, India was on the 9th position in world economies. Today India is close to a $3.5 trillion economy & is 5th largest in the world: Defence Minister pic.twitter.com/wEtWGnCYCq
— ANI (@ANI) December 17, 2022