पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव को कोरोना संक्रमण होने का खतरा मंडरा रहा है। इसके लिए लालू प्रसाद यादव का परिवार ही नहीं बल्कि जेल के आईजी भी सतर्क हो गए हैं। इस समय लालू रांची के रिम्स अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं। कोरोना के खतरे के चलते अब लालू को रिम्स के ही किसी पेइंग वार्ड शिफ्ट करने पर विचार चल रहा है।
ये बात जब राजसत्ता एक्सप्रेस को पता चली तो हमने आगे की पड़ताल की, तब पता चला कि कारागार महानिरीक्षक शशि रंजन ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अधीक्षक अशोक कुमार चौधरी के आवेदन के आधार पर गृह कारागार एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखकर दिशा-निर्देश मांगे हैं। जिसके आधार पर लालू प्रसाद यादव को शिफ्ट किया जाएगा।
खबर है कि लालू प्रसाद यादव का रिम्स में ही वार्ड बदला जा सकता है और उन्हें कोरोना के संक्रमण से दूर रखने के लिए दूसरे लोगों के संपर्क से अलग रखा जाएगा। ताकि लालू प्रसाद यादव कोरोना के संक्रमण से भी बच सके और अपना इलाज भी करवा सके।
भ्रष्टाचार के मामले में सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की खराब सेहत में सुधार के लिए पार्टी के कार्यकर्ता औऱ परिवार के लोग दुआ मांग रहे हैं। जब हमने खबर की गंभीरता को समझा और आगे पड़ताल की तो कुछ आश्चर्य भी हुआ क्योंकि ऐसे हालातों में लालू यादव के वकील ने न तो परोल और ना ही लालू यादव का वार्ड बदलने का कोई आवेदन दिया था।
राजसत्ता की टीम ने आगे पड़ताल की कि लालू तक कोरोना का संक्रमण आखिर कैसे पहुंच सकता है तो पता चला कि जिस रिम्स अस्पताल में लालू प्रसाद यादव अपना इलाज करा रहे हैं उसी रिम्स में कोरोना सेंटर भी बना है। आईजी के लिखे गए पत्र में भी अस्पताल में कोरोना सेंटर का जिक्र किया गया है। पत्र में सजायाफ्ता-विचाराधीन बंदी लालू प्रसाद को संभावित कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कहीं और सुरक्षित व समुचित चिकित्सीय सुविधायुक्त स्थल पर स्थानांतरित किए जाने पर दिशा-निर्देश मांगे गए हैं। ऐसे में अब आइजी गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। अब गृह विभाग के आदेश के बाद ही लालू प्रसाद को शिफ्ट किया जाएगा।