लता मंगेशकर ने अपने गायिकी से दुनियाभर में अमिट नाम कमाया है। दुनिया भले उनको लता नाम ले जानती है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि जन्म के समय परिवार से उनको ये नाम नहीं मिला था। 28 सितंबर 1929 को मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्मी लता का पैदाइश के बाद हेमा नाम रखा गया था।
उनका नाम लता एक नाटक में था, ये नाटक इतना मशहूर हुआ कि उनका नाम ही लता पड़ गया। दरसअल लता मंगेशकर के पिता एक थियेटर चलाते थे। बचपन में अपने पिता के एक नाटक में उन्होंने लतिका नाम का किरदार निभाया। सब लोग उनको इसी नाम लता नाम से बुलाने लगे और फिर यही उनका नाम पड़ गया।
लता मंगेशकर ने शादी ना करने पर कई मौकों पर खुलकर बात की थी। लता अपने भाई बहनों में सबसे बड़ी थीं। कम उम्र में पिता का साया सिर से उठ गया तो घर की जिम्मेदारी उन पर आ गई। लता ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘कई बार मेरे सामने शादी का सवाल आया लेकिन परिवार की जिम्मेदारी के चलते इस पर आगे नहीं बढ़ सकी।
हमेशा सोचती रही कि पहले छोटे भाई अपने-अपने काम में लग जाएं तो फिर अपने बारे में सोचा जाएगा। बहन की शादी हुई तो उसके बच्चे को संभालने की जिम्मेदारी आ गई। धीरे-धीरे वक्त निकलता गया और फिर शादी का ख्याल ही मैंने छोड़ दिया।’