लोकसभा चुनाव के दौरान झारखंड में पहली उग्रवादी घटना को लेकर खबर सामने आई है. यहां पलामू जिले के नक्सल प्रभावित हरिहरगंज में प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के 12 उग्रवादियों ने गुरुवार देर रात पुराना बस स्टैंड स्थित भाजपा के चुनावी कार्यालय पर बोला धावा. नक्सलियों ने कार्यालय को बम विस्फोट कर उड़ा दिया. घटना रात करीब 12:25 बजे की है. घटना को अंजाम देने के बाद यहां नक्स्लियों ने एक पर्चा भी छोड़ा है. इस पर्चे में राफेल सौदे में घोटाला, शराब कारोबारी विजय माल्या के 9000 करोड़ व हीरा व्यव्सायी नीरव मोदी के 11000 करोड़ के घोटाले सहित नोटबंदी व धार्मिक अल्पसंख्यक पर हो रहे हमले का विरोध किया गया है.
ऐसी मिली है जानकारी
इस बारे में छतरपुर डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि भाकपा माओवादियों ने भाजपा कार्यालय को बम विस्फोट कर उड़ा दिया इससे भवन को क्षति हुई है. इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. हायर गंज थाना पुलिस सदल-बल घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच कर रही है. उन्होंने बताया कि घटना स्थल से भाकपा माओवादियों को छोड़ा गया एक पर्चा भी बरामद हुआ है. पर्चा में 17वीं लोकसभा चुनाव के वहिष्कार की घोषणा की गई है. हरिहरगंज थाना प्रभारी वंश नारायण सिंह ने बताया कि कृष्णा गुप्ता के निर्माणाधीन मकान में चार पांच दिन पहले भाजपा का चुनावी का ज्यादा खुला था. उग्रवादियों ने इसे क्षतिग्रस्त कर दिया.
क्षेत्र में दहशत का माहौल
घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए हैं. घटना को अंजाम देने के बाद उग्रवादी भाकपा माओवादी जिंदाबाद- जिंदाबाद के नारे लगाते हुए बिहार की ओर भाग गए. इस बार चुनाव के दौरान हुई यह झारखंड की पहली उग्रवादी घटना है. इस बार पलामू में प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी के उग्रवादियों ने पुरानी बस स्टैंड स्थित भारतीय जनता पार्टी के चुनावी कार्यालय को बम विस्फोट कर उड़ा दिया है. भाजपा का चुनावी कार्यालय राष्टीय राजमार्ग 98 के समीप कृष्णा गुप्ता के मकान में संचालित किया जाता था. यह बिहार सीमा से बिल्कुल सटा हुआ है. घटनास्थल से पुलिस थाना महज 400 मीटर की दूरी पर है, लेकिन अंधेरा होने व उग्रवादियों द्वारा एम्बुश लगाने की संभावना को लेकर पुलिस काफी सावधानी बरत रही है.
सीमा से सटा है कार्यालय
जानकारी के अनुसार भाजपा का चुनावी कार्यालय राष्ट्रीय राजमार्ग- 98 के पुराना बस स्टैंड में एक दो मंजिला मकान में था. यह बिहार की सीमा से बिल्कुल सटा है. घटनास्थल से पुलिस थाना महज 400 मीटर की दूरी पर है, लेकिन अंधेरा होने व उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर हमला करने की आशंका को लेकर पुलिस काफी सावधानी बरत रही है. हरिहरगंज का यह इलाका नक्सल प्रभावित रहा है.