नरेंद्र मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव से पहले एक बयान दिया था, जिसकी चर्चा विपक्ष अक्सर करता है. विपक्ष का आरोप है कि पीएम मोदी ने 2014 में हुए लोकसभा चुनाव से पहले कहा था कि विदेशों में छिपाकर रखे भारतीयों के कालाधन का वापस लाया जाएगा और हर भारतीय के बैंक अकाउंट में 15-15 लाख रुपये दिए जाएंगे. 2024 के चुनाव में भी बंगाल में पीएम मोदी के इस बयान का जब जिक्र हुआ, तो बंगाल भाजपा के सीनियर नेता ने विवादित बयान दे दिया.
दरअसल, बंगाल भाजपा के सीनियर नेता दिलीप घोष को भाजपा ने बर्दवान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. शुक्रवार को दिलीप घोष चुनाव प्रचार के लिए पूर्वी बर्दवान के कुरमुन इलाके में गए थे. इस दौरान उन्होंने विपक्ष के 15 लाख रुपये वाले तंज पर कहा कि 15 लाख के इंतजार में कई लोग ऊपर चले गए.
नरेंद्र मोदी ने 2014 में क्या कहा था?
2014 लोकसभा चुनाव के दौरान जब भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब उन्होंने कहा था कि विदेशी बैंकों में भारतीयों का इतना कालाधन है कि अगर उसे वापस लाया जाए, तो हर भारतीय के बैंक अकाउंट में 15 लाख रुपये जमा हो सकते हैं. नरेंद्र मोदी ने उस दौरान कालाधन वापस लाने का वादा भी किया था. उनके इन दोनों बयानों की उस वक्त खूब चर्चा हुई थी.
विपक्ष का आरोप है कि 2014 चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने. 2019 में भी वे चुनाव जीते, लेकिन आजतक न कालाधन आया और न ही किसी भारतीय के बैंक अकाउंट में 15 लाख रुपये मिले.
दिलीप घोष के बयान पर टीएमसी ने क्या कहा?
दिलीप घोष के हालिया बयान पर टीएमसी ने उनपर पलटवार किया. टीएमसी के प्रवक्ता प्रेसन्नजीत दास ने कहा कि भारत का कोई नागरिक नरेंद्र मोदी के पास रुपये मांगने नहीं गया था, उन्होंने खुद विदेशों से काला धन लाने की बात कही थी.