गुरुवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे जम्मू से दिल्ली आ रही दुरंतो एक्सप्रेस में कुछ अज्ञात लुटेरों द्वारा लूटपाट की गई. बता दें कि ट्रेन का सोर्स और डेस्टिनेशन स्टेशन के अलावा कोई स्टोपेज नहीं है. ट्रेन सुबह 4:20 पर दिल्ली पहुंचने वाली थी लेकिन उसी बीच 3:30 बजे के पास ट्रैक सिग्नल साफ न होने के कारण ट्रेन ट्रैक पर ही खड़ी थी और उसी वक्त ट्रेन में लूट की घटना को अंजाम दिया गया.
ट्रेन में सवार यात्रियों के मुताबिक ट्रेन बदली स्टेशन पर 15 मिनट के लिए सिग्नल न मिलने के कारण रुकी हुई थी, इतने में कुछ 7-10 अज्ञात लोग ट्रेन के B3 और B7 कोच में चढ़े और चाकू की नोक पर यात्रियों से लूटपाट की. यात्रियों ने बताया कि बदमाशों ने यात्रियों से नकदी, बैग, सोने के चेन, मोबाइल और अन्य कीमती सामान लूट लिया. महज 10-15 मिनट में ही इस घटना को अंजान देकर बदमाश रफ्फू-चक्कर हो गए.
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यात्रियों का आरोप है कि घटना के दौरान न तो सुरक्षाकर्मी ट्रेन में मौजूद था और न ही कोई स्टाफ, जब उन्होंने टीटी और ट्रेन अटेंडेंट को खोजने की कोशिश की तो करीब 20 मिनट की मशक्कत के बाद अटेंडेंड मिला. यात्रियों ने डायल 100 कर पुलिस को इस लूटपाट की सूचना दी और पीड़ितों की शिकायत पर सब्जी मंडी जीआरपी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
घटना का जिम्मेदार कौन?
यात्री शिकायत कर रहे हैं कि आखिर उनके साथ हुई इस लूटपाट का जिम्मेदार कौन है? उनका कहना है कि जब एसी कोच में ही यात्रीगण की कोई सुरक्षा की गारंटी नहीं है तो स्लीपर और जनरल डिब्बे से कोई उम्मीद नहीं की जा सकती. यात्री सवाल कर रहे हैं कि उनके इतना मंहगा किराया वसूलने के बाद भी उनकी सुरक्षा की रेल प्रशासन को कोई फिक्र नहीं है.
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बता दें कि रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स को कुछ सुराग मिले हैं. जिनसे उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे.