लखनऊ: राजधानी में आयोजित पिछड़ा वर्ग सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाकर प्रधानमंत्री ने उन्हें न्याय दिलाने का काम किया है. योगी ने कहा कि पिछड़ा वर्ग तय करे कि वह सुहेलदेव को याद करने वालों के साथ रहेंगे या गजनवी का साथ देने वाले के साथ.
राजभर समाज के सम्मलेन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज की पीढ़ी के लिए महाराजा सुहेलदेव अनुकरणीय हैं. लोक निर्माण विभाग के विश्वेश्वरैया सभागार में बोलते हुए उन्होंने राष्ट्रवाद के पथ पर बढ़ते रहने के लिए राजभर समाज को शुभकामना भी दी.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव ने भारत को रौंदने में बराबर के भागीदार रहे महमूद गजनवी और उसके भांजे सैयद सालार मसूद गाजी को मारकर हिंदू धर्म की रक्षा की. लेकिन सुहेलदेव का नाम इतिहास से हटा दिया गया. उनकी गाथा चित्तौड़ा की माटी में आज भी गाई जाती है.
योगी ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछड़े वर्ग के 35 लाख छात्रों को एकमुश्त छात्रवृत्ति दी है और छूटे छात्रों के लिए भी व्यवस्था की गई है. छात्रों को दो अक्टूबर को पहली और 26 जनवरी को दूसरी किस्त मिल जाएगी.
विपक्ष पर हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “जिसके पास काम नहीं है, वे अफवाह फैला रहे हैं. हमने बच्चों को जूता-मोजा, किताबें और स्कूल ड्रेस दिया. हमने गरीबों के घर बिजली, पानी, गैस और शौचालय पहुंचाया. पिछली सरकारों ने गरीबों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित किया. हमने वे सुविधाएं घर-घर पहुंचाई.”
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गौरतलब है कि मिशन 2019 की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने मंगलवार से पिछड़ा वर्ग समाज की अलग-अलग जातियों के साथ सामाजिक सम्मेलन की शुरुआत की है. इसी तरह गुरुवार को नाई, सविता, ठाकुर और सेन जातियों के प्रतिनिधियों का इसी स्थान पर सम्मेलन होगा. पिछड़े वर्ग को प्रभावी संदेश देने के लिए केशव प्रसाद मौर्य को इन सम्मेलनों का प्रभारी बनाया गया है.