राजस्थान में आगामी विधानसभा में टिकटों के बंटवारे के बाद बगावत से जुझ रही कांग्रेस को एक ओर बड़ा झटका लगा है. राज्य के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष निजाम कुरैशी के साथ सभी 35 जिलो के जिला अध्यक्षों ने भी अपना इस्तीफे दे दिया है. अब कयास लगाए जा रहे है कि निजाम अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो सकते है.
मुस्लिमों की अनदेखी का लगाया आरोप
राजस्थान अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद निजाम ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि पार्टी ने पैसे लेकर बांटे हैं. उन्होंने टिकट वितरण में मुस्लिमों की अनदेखी की बात भी कहीं है और इसके लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को जिम्मेदार ठहराया है. कुरैशी ने आरोप लगाया कि टिकट बांटने से पहले मुस्लिम समुदाय के साथ कोई भी बातचीत नहीं की है.
कांग्रेस साल 2014 के लोकसभा चुनावों में महज 44 सीटे ही जीत पाई थी. कांग्रेस ने अपनी इस करारी हार का कारण जानने के लिए ए के एंटनी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में हार का कारण कांग्रेस पर मुस्लिमों की पक्षधर पार्टी होने का टैग लगना बताया था. उस रिपोर्ट के आने के बाद से ही कांग्रेस ने अपनी रणनीति में बदलाव करते हुए अपनी राजनीति को हिंदुत्व केंद्रित किया था.