ममता ने बीस दिन में दूसरी बार दिखाया दम, मगर मायावती फिलहाल हैं दूर

नई दिल्ली: ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर बीस दिन में दूसरी बार विपक्ष की सबसे सशक्त नेता बनकर उभरी हैं. सीबीआई के बहाने पीएम नरेंद्र मोदी से सीधे टकराव पर लगभग सभी विपक्षी दल उनके साथ खड़े हो गए हैं मगर बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती इस लामबंदी से दूर हैं.

लोकसभा चुनाव में सौ दिन से भी कम वक्त बचा है और इसमें पश्चिम बंगाल असल सियासत का अखाड़ा साबित हो रहा है. बीती 19 जनवरी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में रैली की थी. इसमें जबरदस्त जन सैलाब उमड़ा था और कांग्रेस समेत 22 दलों ने इस रैली को अपना समर्थन देकर शिरकत की थी. अब बीस दिन के अंदर ही ममता ने एक बार फिर कोलकाता से हुंकार भर दी है.

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सीबीआई एक्शन के खिलाफ नरेंद्र मोदी-अमित शाह से सीधा मुचैटा ले लिया है. इसमें राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष, अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष, अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री दिल्ली (AAP), एचडी देवगौड़ा, पूर्व प्रधानमंत्री (JDS), उमर अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर (NC), एचडी कुमारस्वामी, मुख्यमंत्री कर्नाटक (JDS) तेजस्वी यादव, पूर्व उप मुख्यमंत्री (RJD), लालू यादव, पूर्व मुख्यमंत्री (RJD), यशवंत सिन्हा, पूर्व केंद्रीय मंत्री,चंद्रबाबू नायडू, मुख्यमंत्री आंध्र प्रदेश (TDP), महबूबा मुफ्ती, PDP, हेमंत सोरेन, JMM, शरद पवार, NCP, एमके स्टालिन, DMK, राज ठाकरे, MNS, शरद यादव, पूर्व प्रमुख JD (U) और गुजरात के दलित नेता  जिग्नेश मेवाणी ने उनके समर्थन में ट्वीट किया है. जबकि तमाम नेताओं ने मीडिया के कैमरों के सामने आकर ममता के प्रति खुला समर्थन व्यक्त किया है.

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इस सबके बीच बीएसपी की तरफ से अभी तक कोई बयान सामने नहीं आया है. ममता बनर्जी गैर भाजपा और गैर कांग्रेस मोर्चे की हिमायत कराती आ रही हैं. इसमें क्षेत्रीय दलों को एक छतरी के नीचे लाकर उन्होंने खुद को फिलहाल नेता नंबर वन साबित कर दिया है. उल्लेखनीय है कि त्रिशंकु लोकसभा की स्तिथि में जिन नेताओं के पीएम पद का महिला दावेदार बनने की संभावना जताई जाती है उनमें ममता बनर्जी और मायावती दोनों शामिल हैं. ममता का कद एकदम से बड़ा हुआ है और मायावती और उनकी पार्टी फिलहाल चुप है ,वैसे पिछले दिनों हुई रैली में भी मायावती ने खुद ना जाकर अपने महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा कोलकाता भेजा था.

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