नई दिल्ली। कवि और गीतकार मनोज मुंतशिर अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में मनोज मुंतशिर द्वारा कथित रूप से साहित्यिक चोरी की सामग्री पर विवाद बढ़ने पर अब गीतकार ने उन पर सामग्री चोरी करने का आरोप लगाने वालों को कड़ा जवाब दिया है।
ट्विटर पर, लेखक ने प्रतिद्वंद्वियों से कहा कि वे अधिक साहित्यिक सामग्री खोजें और वह एक ही बार में सभी को जवाब देंगे। बता दें, हाल ही में कुछ मीडिया यूजर्स ने मनोज मनोज मुंतशिर की कविता ‘मुझे कॉल करना’ की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की थी। इस कविता को लेकर मनोज मुंतसिर पर आरोप लगाया जा रहा था कि उनकी ये कविता किसी दूसरे राइटर द्वारा लिखी गई कविता का हिंदी अनुवाद है।
जिसके बाद से ही उनपर यूजर्स कविता के चोरी का आरोप लगा रहे थे। खुद पर लगते आरोपों को बढ़ता देख अब मुंतशिर ने ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी है। हालांकि अपने ट्वीट में कविता चोरी के आरोपों का सीधा-सीधा जवाब तो नहीं दिया लेकिन खुद पर आरोप लगाने वालों को करारा जवाब दिया है।
200 पन्नों की किताब और 400 फ़िल्मी- ग़ैर फ़िल्मी गाने मिलाकर सिर्फ़ 4 लाइनें ढूँढ पाए? इतना आलस? और लाइनें ढूँढो, मेरी भी और बाक़ी राइटर्स की भी. फिर एक साथ फ़ुरसत से जवाब दूँगा. शुभ रात्रि! 😀
— Manoj Muntashir (@manojmuntashir) September 21, 2021
मनोज मुंतशिर ने ट्वीट कर लिखा, “200 पन्नों की किताब और 400 फ़िल्मी- ग़ैर फ़िल्मी गाने मिलाकर सिर्फ़ 4 लाइनें ढूँढ पाए? इतना आलस? और लाइनें ढूंढो, मेरी भी और बाक़ी राइटर्स की भी। फिर एक साथ फ़ुरसत से जवाब दूंगा। शुभ रात्रि! ।”
आपको बता दें, यूजर्स मनोज मुंतशिर की कविता ‘मुझे कॉल करना’ को लेकर आपत्ति जताते हुए ये कह रहे हैं कि ये ओरिजिनल नहीं है। उनका कहना है कि मनोज मुंतशिर की कविता ‘मुझे कॉल करना’ रॉबर्ट जे. लेवरी नाम के राइटर की किताब Love Lost Love Found में Call Me नाम से साल 2007 में ही छप चुकी थी। जबकि जिस किताब में मनोज की ये कविता ‘मेरी फितरत मस्ताना’ जिस पर विवाद हो रहा है वो साल 2019 में रिलीज़ हुई।