सुप्रीम कोर्ट ने 2009 में दायर रविकांत और अन्य लोगों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा कि मायावती को मूर्तियों पर खर्च सभी पैसों को सरकारी खजाने में जमा कराना चाहिए.
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मायावती के वकील को कहा कि अपने क्लाइंट को कह दीजिए कि वह मूर्तियों पर खर्च हुए पैसों को सरकारी खजाने में जमा कराएं.
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा की पहली नज़र में हमारा यही मत है कि मायावती को सरकारी खजाने का पैसा वापस करना चाहिए . इस मामले की अगली सुनवाई 2अप्रेल को होगी.